यूपी में सहारनपुर के बड़गांव में एक ऐसी इंस्टा लव स्टोरी चर्चा में है, जिसमें मोहब्बत भी ऑनलाइन हुई, रिश्ते भी मोबाइल पर पक्के हुए और शादी भी... कम से कम दूल्हे की तरफ से शादी की तैयारी शुरू हो गई. लेकिन जैसे ही बारात बरेली की तरफ रवाना हुई, कहानी में ऐसा ट्विस्ट आया कि पूरा गांव दंग रह गया.
युवक और युवती की दोस्ती इंस्टाग्राम पर एक फ्रेंड रिक्वेस्ट से शुरू हुई. कुछ ही दिनों की चैट में दोनों ने एक-दूसरे को इतना समझ लिया कि शादी तक का फैसला हो गया. युवती बोलती मीठा थी, भरोसा दिलाती थी और बातचीत इतनी सहज थी कि युवक को लगा कि इसी से शादी करनी है. कॉल पर बात हुई और 2 दिसंबर की तारीख फाइनल हो गई. युवक के परिवार ने तैयारियां शुरू कर दीं... रिश्तेदार बुलाए, हल्दी-तेल की रस्में हुईं और घर में शादी का माहौल बन गया.
‘दहेज में कार’ का वादा, दूल्हे ने शोरूम जाकर मॉडल भी देख लिया
यही नहीं, युवती ने इंस्टा चैट में दूल्हे को भरोसा दिलाया कि दहेज में कार भी मिलेगी. बस उसी के भरोसे युवक ने अपने दोस्तों के साथ सहारनपुर के शोरूम तक जाकर ब्रेजा कार पसंद भी कर ली. घरवालों ने सोचा- लड़की अच्छी है, रिश्ता ठीक लग रहा है. लेकिन शादी की तारीख आते-आते एक चीज बार-बार खटक रही थी- दुल्हन ने बरेली बुलाया था, पर न तो सही गांव बताया, न मोहल्ला, न गली… बस इतना कहा कि बारात लेकर बरेली आ जाना, बाकी मैं बता दूंगी.
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2 दिसंबर को दूल्हा पूरी सज-धज के साथ घोड़ी पर बैठा. गांव में बैंड-बाजे बजे, रिश्तेदार नाचे, और बारात देवबंद रेलवे स्टेशन तक पहुंच गई. क्योंकि कुछ बाराती गाड़ी से और कुछ ट्रेन से आगे जाने वाले थे. यहां दूल्हे ने अपनी दुल्हन को कॉल किया, ताकि लोकेशन मिल सके, पर पहली बार कॉल कट गया. दूसरी बार फिर कट गया. फिर फोन उठना बंद हो गया. कुछ ही देर में फोन पूरी तरह स्विच ऑफ मिलने लगा.
दो घंटे इंतजार… खामोशी और दूल्हे की बेचैनी
देवबंद स्टेशन पर खड़े बाराती शुरुआत में सोचते रहे कि शायद नेटवर्क न हो… लेकिन करीब दो घंटे बाद माहौल बदलने लगा. चेहरे उतर गए, बारातियों में हल्की खुसर-फुसर शुरू हुई और दूल्हा बेचैन होता गया. उसने आखिरी बार कॉल ट्राई किया- पर वही—फोन स्विच ऑफ.
बारात बीच रास्ते से वापस लौटी
अब आगे बढ़ने का कोई फायदा नहीं था. मजबूरी में दूल्हे ने फैसला लिया कि बारात वापस जाएगी. घोड़ी वापस मुड़ी, बैंड-बाजा खामोश हो गया और गांव के रास्ते में लोगों ने दूल्हे का चेहरा देखकर सारा किस्सा समझ लिया. बारात लौटते ही पूरे इलाके में चर्चा बन गई. ग्राम प्रधान रवि प्रताप सिंह ने कहा कि बरेली जाने वाली बारात दुल्हन से संपर्क न होने के कारण रास्ते से ही लौट आई. जब मीडिया ने दूल्हे के परिवार से बात करने की कोशिश की, तो उन्होंने साफ कहा कि हमारी फोटो और नाम कहीं मत चलाना, पहले ही बहुत बेज्जती हो चुकी है. परिवार ने न थाने में तहरीर दी, न कोई शिकायत की.
फेक प्रोफाइल थी या किसी ने किया मजाक?
गांव में अब लोग तरह-तरह की बातें कर रहे हैं. क्या युवती असली थी भी या नहीं? क्या यह ‘इंस्टा फ्रॉड’ का मामला था? या किसी ने मजाक में ऐसा किया? जवाब किसी के पास नहीं है. इंस्टाग्राम पर शुरू हुआ यह रिश्ता एक ऐसी कहानी बन गया, जिसे गांव में लोग आने वाले कई दिनों तक याद रखेंगे. एक तरफ दुल्हन का वादा कि दहेज में कार दूंगी, दूसरी तरफ दूल्हे का भरोसा. और आखिर में स्विच ऑफ हुआ फोन. बस, इतने में पूरी इंस्टा वाली लव स्टोरी खत्म हो गई.