आरपीएफ कस्टडी में दलित युवक संजय कुमार सोनकर की मौत मामले में रेलवे सुरक्षा बल के दो सब इंस्पेक्टर और एक कांस्टेबल को निलंबित कर दिया गया है. रेलवे सुरक्षा बल के डीआईजी चंद्र मोहन मिश्रा ने बताया कि तीनों के खिलाफ तीन सदस्यीय कोर्ट ऑफ इंक्वायरी (विभागीय जांच) के आदेश जारी किए गए हैं.
मामले में आरपीएफ के सब इंस्पेक्टर सुरेंद्र कुमार, करण सिंह यादव और कांस्टेबल अमित कुमार यादव के खिलाफ नगर कोतवाली में मारपीट कर हत्या करने का नामजद मुकदमा दर्ज हुआ था.अपर पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार रावत के मुताबिक पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है इसलिए विसरा को सुरक्षित रख लिया गया है. उन्होंने बताया कि साक्ष्य जुटाकर आगे की वैधानिक कार्रवाई की जाएगी.
चोरी के आरोप में पकड़ा गया था युवक
घटना 28 सितंबर की है. बरुआचक रेलवे स्टेशन पर मालगाड़ी से 6 टिन सरसों तेल चोरी होने की रिपोर्ट दर्ज हुई थी. इस मामले में तीन आरोपियों रामफेर, संजय सोनकर और पवन के खिलाफ मुकदमा लिखा गया था. बीते मंगलवार को आरपीएफ के सब इंस्पेक्टर सुरेंद्र कुमार, सब इंस्पेक्टर करण सिंह यादव और कांस्टेबल अमित कुमार यादव ने मोतीगंज थाना क्षेत्र के किंकी गांव निवासी संजय कुमार को गिरफ्तार किया था.
आरपीएफ के मुताबिक गिरफ्तारी रात करीब साढ़े 8 बजे हुई थी और उसके पास से एक टिन सरसों तेल बरामद किया गया था. गिरफ्तारी के बाद संजय की तबीयत बिगड़ गई. आरपीएफ कर्मी उसे जिला अस्पताल लेकर पहुंचे जहां डॉक्टरों ने उसे ब्रॉट डेड घोषित कर दिया. बताया गया कि इसके बाद आरपीएफ जवान शव छोड़कर चले गए.
परिवार का आरोप, रात में घर से उठाकर पीटा गया
मृतक संजय के परिजनों ने आरोप लगाया कि आरपीएफ ने उसे रात करीब 11 बजे घर से उठाया था. परिजनों का कहना है कि थाने ले जाकर उसकी पिटाई की गई जिससे उसकी मौत हो गई. दो छोटी बेटियों के पिता संजय की मौत के बाद गांव में गुस्सा और आक्रोश फैल गया.
नगर पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा था. संजय के बड़े भाई राजू ने आरपीएफ के दो सब इंस्पेक्टर सुरेंद्र कुमार, करण सिंह यादव और कांस्टेबल अमित कुमार यादव के अलावा एक अज्ञात सिपाही के खिलाफ मारपीट कर हत्या करने का मुकदमा दर्ज कराया था. अब इस घटना के बाद रेलवे सुरक्षा बल ने तीनों आरोपितों को सस्पेंड कर दिया है और विभागीय जांच के आदेश जारी कर दिए हैं.