उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले में पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन पर आरपीएफ और जीआरपी की संयुक्त चेकिंग अभियान के दौरान एक युवक को भारी मात्रा में कैश के साथ पकड़ा गया. प्रयागराज का रहने वाला रत्नेश कुमार वर्मा इस रकम को लेकर वाराणसी जा रहा था. युवक ने अपने शरीर पर पांच-पांच सौ रुपए के नोटों के बंडल छुपा रखे थे. तलाशी के दौरान पुलिस को पता चला कि युवक के पास कुल 35 लाख 33 हजार रुपए हैं और इसके संबंध में कोई वैध कागजात मौजूद नहीं थे.
युवक को तुरंत हिरासत में लेकर आरपीएफ थाने लाया गया. नोटों की गिनती की गई और अवैध तरीके से ले जाई जा रही इस रकम को पुलिस ने जब्त कर लिया. पुलिस ने मामले की सूचना आयकर विभाग को दी है और विभाग की टीम भी जांच में शामिल है.
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चेकिंग अभियान के दौरान संदिग्ध युवक पकड़ा गया
पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन दिल्ली-हावड़ा रेलवे लाइन का प्रमुख स्टेशन है, जहां आरपीएफ और जीआरपी द्वारा सुरक्षा चेकिंग अभियान चलाया जा रहा था. इसी दौरान पुलिस की नजर रत्नेश कुमार पर पड़ी. पुलिस ने उसके बैग और कपड़ों की तलाशी ली. युवक दुबला-पतला दिखाई दे रहा था, लेकिन उसके शरीर पर कपड़े के बने पैकेट में पांच-पांच सौ के नोटों की गड्डीयां छिपी हुई थीं.
पुलिस ने युवक के पास मौजूद धनराशि को जब्त कर आगे की जांच शुरू की. यह मामला पुलिस और आयकर विभाग दोनों की निगरानी में है. अधिकारियों का कहना है कि युवक के पास इस राशि से संबंधित कोई वैध दस्तावेज नहीं थे, जिससे यह साफ है कि यह अवैध तरीके से ट्रांसपोर्ट की जा रही थी.
युवक और रकम की जांच में जुटी पुलिस और आयकर विभाग
इंस्पेक्टर प्रदीप कुमार ने बताया कि युवक रत्नेश कुमार प्रयागराज से वाराणसी जा रहा था. उसके पास से भारी राशि बरामद हुई है. पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि युवक यह धनराशि किस उद्देश्य से ले जा रहा था और इसके पीछे कौन-कौन लोग शामिल हैं.
इस मामले में आयकर विभाग को भी सूचना दी गई है. विभाग की टीम अब युवक और धनराशि के स्रोत की जांच कर रही है. पुलिस और आयकर दोनों ही पक्ष मामले की गंभीरता को देखते हुए त्वरित कार्रवाई कर रहे हैं.
अवैध कैश मामले में कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित
युवक के खिलाफ अब अवैध तरीके से धन ले जाने का मामला दर्ज किया गया है. पुलिस ने कहा कि रत्नेश कुमार के खिलाफ आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जाएगी और मामले में शामिल अन्य संभावित लोगों की पहचान भी की जाएगी.
आरपीएफ और जीआरपी की संयुक्त टीम यह सुनिश्चित कर रही है कि रेलवे स्टेशन से जुड़े ऐसे मामलों को रोका जा सके. उन्होंने कहा कि चेकिंग अभियान नियमित रूप से जारी रहेगा ताकि इस तरह की अवैध गतिविधियों पर नियंत्रण रखा जा सके.