यूपी के आगरा जिले से एक ऐसी घटना सामने आई है, जिसने पारिवारिक रिश्तों पर दाग लगा दिया. थाना ट्रांस यमुना क्षेत्र के राधानगर इलाके में एक भाभी ने अपनी ननद को जन्मदिन का सरप्राइज गिफ्ट दिखाने के बहाने पहले कमरे में ले गई फिर आंखों पर पट्टी बांध दी. इसके बाद उसपर जानलेवा हमला कर दिया. तवे और नुकेले हथियार से उसके सिर पर 50 से ज्यादा बार वार किया. घटना में ननद गंभीर रूप से घायल हो गई, जिसे उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
पुलिस के अनुसार राधानगर निवासी गिरीश अग्रवाल ऑटो चालक हैं. उनका परिवार एक ही मकान में रहता है. गिरीश के बेटे शिवांशु का लगभग एक वर्ष पूर्व कचहरी घाट निवासी पूजा से प्रेम विवाह हुआ था. विवाह के बाद पूजा इसी मकान में रहने लगी थी. परिवार में गिरीश की पत्नी संगीता अग्रवाल, बेटी प्रिया अग्रवाल और छोटा बेटा आलोक भी साथ रहते हैं. घटना के समय गिरीश अग्रवाल रोजाना की तरह सुबह ऑटो लेकर काम पर निकल गए थे. शिवांशु और उनकी मां संगीता किसी रिश्तेदार के यहां गए हुए थे, जबकि छोटा बेटा आलोक कोचिंग गया हुआ था. घर में केवल प्रिया अग्रवाल और उसकी भाभी पूजा ही मौजूद थीं.
एक जनवरी को है बर्थडे
प्राप्त जानकारी के अनुसार सुबह करीब नौ बजे पूजा ने प्रिया से बातचीत के दौरान कहा कि एक जनवरी को उसका जन्मदिन है और उसने उसके लिए एक सरप्राइज गिफ्ट मंगाया है. पूजा ने प्रिया से अपने कमरे में चलने को कहा और गिफ्ट को सरप्राइज के तौर पर देने की बात कही. प्रिया उसके साथ कमरे में चली गई. आरोप है कि कमरे में पहुंचने के बाद पूजा ने पहले प्रिया की आंखों पर पट्टी बांध दी और फिर उसके हाथ भी बांध दिए. इसके बाद उसे बेड पर बैठाया गया. इसी दौरान अचानक पूजा ने किसी नुकीली वस्तु से प्रिया के सिर पर हमला कर दिया. प्रारंभिक वार के बाद लगातार कई बार प्रिया पर हमला किया गया. बताया जा रहा है कि इस दौरान चाकू, तवा और चिमटे जैसे घरेलू सामानों का उपयोग किया गया. पीड़िता के अनुसार उसके सिर पर 50 से अधिक बार वार किए गए. वह लगातार चीखती रही और बचने का प्रयास करती रही, लेकिन आंखों पर पट्टी और हाथ बंधे होने के कारण वह स्वयं को बचाने में असमर्थ रही.
शोर सुनकर जुटे आसपास के लोग
किसी तरह प्रिया ने खुद को छुड़ाने की कोशिश की और कमरे से बाहर निकलने का प्रयास किया, लेकिन अधिक खून बहने के कारण वह गिर पड़ी. उसके शोर मचाने पर आसपास के लोग जुट गए. पड़ोसियों ने दरवाजा खुलवाया और अंदर का दृश्य देखकर तुरंत उसके परिजनों को सूचना दी. साथ ही पुलिस को भी घटना की जानकारी दी गई. सूचना मिलने पर परिजन मौके पर पहुंचे. पीड़िता की मां संगीता अग्रवाल ने बताया कि जब वे घर पहुंचीं तो कमरे में फर्श और सामान पर खून फैला हुआ था. कई घरेलू वस्तुओं पर खून के निशान थे. घायल अवस्था में प्रिया ने उन्हें पूरी घटना की जानकारी दी. प्रिया को गंभीर हालत में तत्काल अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसके सिर और चेहरे पर कई गहरी चोटें पाई हैं. डॉक्टरों के अनुसार उसकी स्थिति अभी भी गंभीर बनी हुई है और उसे निगरानी में रखा गया है.
पहले की गुमराह करने की कोशिश
इस बीच आरोपी महिला पूजा ने पुलिस को प्रारंभिक बयान में गुमराह करने की कोशिश की. उसने दावा किया कि घर में एक अज्ञात युवक आया था, जिसने हमला किया. हालांकि मौके से मिले साक्ष्य, घायल के बयान और परिस्थितिजन्य तथ्यों के आधार पर पुलिस को इस दावे पर संदेह हुआ. पुलिस ने पूजा को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है. पीड़िता की मां का कहना है कि कमरे में तवा, चाकू और अन्य सामान बिखरे पड़े थे. तवे की स्थिति देखकर यह स्पष्ट था कि उसका उपयोग किसी वारदात में किया गया है. परिजनों का आरोप है कि यह हमला पूरी तरह से योजनाबद्ध था.
पुलिस बोली- जांच जारी है
पुलिस अधिकारियों के अनुसार मामले की जांच की जा रही है. एसीपी छत्ता ने बताया कि फिलहाल पीड़िता की ओर से थाने में लिखित तहरीर नहीं दी गई है, जिसके कारण औपचारिक रूप से एफआईआर दर्ज नहीं हो सकी है. उन्होंने कहा कि तहरीर मिलने पर नियमानुसार मुकदमा दर्ज किया जाएगा. साथ ही यह भी स्पष्ट किया गया कि तहरीर न मिलने की स्थिति में भी प्राथमिक कानूनी कार्रवाई की जाएगी. घटना को लेकर स्थानीय लोगों में चर्चा का माहौल है. पड़ोसियों का कहना है कि उन्होंने कभी इस तरह की स्थिति की कल्पना नहीं की थी. एक ही घर में रहने वाले लोगों के बीच इस स्तर की हिंसा ने सभी को हैरान कर दिया है. फिलहाल पुलिस मामले के हर पहलू की जांच कर रही है. पारिवारिक पृष्ठभूमि, आपसी संबंधों और घटना के कारणों की पड़ताल की जा रही है. साथ ही यह भी जांच की जा रही है कि वारदात के पीछे कोई पुराना विवाद या मानसिक तनाव तो नहीं था.