दुनिया के ज़्यादातर देशों में गरीबी आम बात है, लेकिन स्विट्जरलैंड की तस्वीर बिल्कुल अलग है. यहां सरकार ऐसी व्यवस्था बनाए हुए है कि कोई भी व्यक्ति घर, इलाज या जरूरी सहायता से वंचित न रह जाए. यही वजह है कि इस देश में बेघर लोग लगभग दिखाई ही नहीं देते.
हाल ही में X पर एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें बताया गया कि स्विट्ज़रलैंड में गरीबी को "सिस्टमेटिक तरीके से" रोकने की नीति अपनाई गई है. वीडियो में दावा है कि अगर कोई अपनी नौकरी या घर खो देता है, तो सरकार उसके लिए तुरंत रहने की जगह उपलब्ध कराती है.यहां तक कहा गया कि यदि कोई व्यक्ति सरकारी सहायता लेने से इनकार कर दे, तो कुछ परिस्थितियों में उसे देश छोड़ने तक का आदेश दिया जा सकता है.
सरकार हर जरूरत पर देती है पूरा सहयोग
वीडियो में बताया गया कि स्विट्जरलैंड के लगभग हर शहर में एक सपोर्ट फंड होता है जो जरूरतमंद लोगों की मदद करता है. यह फंड रहने के लिए घर, इलाज, नई नौकरी के लिए ट्रेनिंग और मुश्किल समय में बुनियादी ज़रूरतों जैसे खर्चों को कवर करता है. यानी यहां कोई भी व्यक्ति अचानक 'सिस्टम के बाहर' नहीं गिरता.
वीडियो में यह भी कहा गया कि स्विट्ज़रलैंड में औसत वेतन €7,000–€8,000 (लगभग ₹7.25 लाख–₹8.28 लाख) तक पहुंचता है, जबकि न्यूनतम वेतन भी €4,000 (करीब ₹4.14 लाख) से कम नहीं है. बेरोजगारी भत्ता भी किसी की पिछली सैलरी का लगभग 80% तक हो सकता है. हालांकि, आय जितनी ऊंची है, यहां की जीवनशैली की लागत भी उतनी ही ज्यादा है, जो इस पूरे सिस्टम को संतुलन में रखती है.
देखें वायरल वीडियो
यहां बेरोजगारी भत्ता भी किसी की पिछली सैलरी का 80 फीसदी तक पहुंच सकता है.हालांकि, यहां का कॉस्ट ऑफ लिविंग भी इसी अनुपात में काफी ऊंचा है.
कूड़ा फेंका तो भारी जुर्माना
स्विट्जरलैंड में सफ़ाई को लेकर बेहद सख्त नियम हैं. सड़क पर सिगरेट का टुकड़ा फेंकने पर €300 (लगभग ₹31,000) का जुर्माना लगाया जाता है, जबकि कूड़ा फेंकने पर यह जुर्माना €10,000 (करीब ₹10.35 लाख) तक पहुंच सकता है. देश में अपराध दर इतनी कम है कि कई इलाकों में पुलिस अधिकारी हथियार तक नहीं रखते.
'10 साल में पाँच से भी कम बेघर लोग देखे'
वायरल वीडियो पर प्रतिक्रिया देते हुए एक व्यक्ति ने बताया कि वह स्विट्जरलैंड में पिछले 10 सालों से रह रहा है और उसने अब तक कुल मिलाकर पांच से भी कम बेघर लोग देखे हैं.
उसने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि एक बार मैंने नया iPhone ऑर्डर किया था. वह मेलबॉक्स में नहीं आया तो डाकिया उसे ऊपर रख गया. फोन पूरे दिन बाहर पड़ा रहा, लेकिन किसी ने छुआ तक नहीं.उन्होंने आगे बताया कि उनके शहर में टैक्स राजस्व इतना अधिक है कि प्रशासन ने लोगों के लिए एक कृत्रिम बीच और एक ओपन स्विमिंग पूल बनाया है.हैरानी की बात यह कि नया स्विमिंग पूल पहले से मौजूद लग्जरी मुफ्त पूल से सिर्फ 200 मीटर की दूरी पर है.