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कभी देखा है सात हाथ वाला ये जानवर? जिसे लेकर वैज्ञानिक भी हैं हैरान

स्कॉटलैंड के एक बीच पर कुछ दिनों पहले एक अजीबोगरीब जानवर का अवशेष मिला था. इसके सात हाथ थे. ये अजीब सा जीव गहरे समुद्र में पाया जाता है और इसका किनारे पर मिलना विशेषज्ञों के लिए भी एक हैरान कर देने वाली घटना है. ऐसे में जानते हैं क्या है इस सात हाथ वाले जानवर की कहानी.

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स्कॉटलैंड में समुद्र किनारे मिला साथ हाथ वाले अजीबोगरीब जानवर का अवेशष (Representational Photo - Pexels)
स्कॉटलैंड में समुद्र किनारे मिला साथ हाथ वाले अजीबोगरीब जानवर का अवेशष (Representational Photo - Pexels)

सात हाथ वाला जानवर शायद ही किसी ने देखा होगा. लेकिन, स्कॉटलैंड के एबरडीनशायर के एक समुद्र तट पर ऐसा ही एक जीव मिला है, जिसे सात हाथ थे.  यह जीव देखने में ऑक्टोपस जैसा था, लेकिन इसकी सात भुजाएं ही थीं. जब विशेषज्ञों ने इसकी जांच की, तो पता चला यह एक रेयर और असामान्य जीव है, जो समुद्र की गहराईयों में रहता है. 

बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, 30 नवंबर को एलोन के पास कोलिएस्टन में फोरवी नेशनल नेचर रिजर्व में एक आम नागरिक को ऑक्टोपस जैसे जानवर के अवशेष मिले थे. जीवविज्ञानियों की कुछ खोजबीन के बाद इस जानवर की पहचान सेप्टोपस के रूप में हुई, जो ऑक्टोपस की एक प्रजाति है और इसकी सात भुजाएं होती है. 

समुद्र किनारे नेचर रिजर्व पार्क में मिले अवशेष  
अब फिर से नेचर रिजर्व में उस जीव के और भी हिस्से बरामद किए गए हैं - जिनमें उसकी चोंच भी शामिल है, जो शिकार को कुचलने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला मुंह का एक कठोर हिस्सा है. ईस्ट ग्राम्पियन कोस्टल पार्टनरशिप की समुद्री जीवविज्ञानी डॉ. लॉरेन स्मिथ ने कहा कि सात हाथों वाले ऑक्टोपस को सावधानीपूर्वक संरक्षित किया जाएगा और उसका अध्ययन किया जाएगा.

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डॉ. स्मिथ ने कहा कि लोगों की दिलचस्पी का स्तर वास्तव में अविश्वसनीय रहा है. शोधकर्ताओं को इसके नमूनों का विश्लेषण करना होगा. फिलहाल ये सभी अवशेष मेरे फ्रीजर में रखे हैं. नमूनों को एबरडीन विश्वविद्यालय, ट्रेस वाइल्डलाइफ फोरेंसिक नेटवर्क, नेशनल म्यूजियम स्कॉटलैंड और नेचुरल हिस्ट्री म्यूजियम लंदन भेजा जाना है.

समुद्र में सैकड़ों मीटर नीचे रहता है सेप्टोपस
ये प्रजाति समुद्र की सतह से सैकड़ों मीटर नीचे रहती है और मादाएं, जो नर से बड़ी होती हैं, 13 फीट (4 मीटर) तक लंबी हो सकती हैं. डॉ. स्मिथ ने कहा कि इस बात को लेकर काफी अटकलें लगाई जा रही हैं कि अवशेष उस स्थान पर कैसे पहुंचे.

आखिर समुद्र के किनारे कैसे पहुंचा ये जीव
उन्होंने कहा कि कुछ सिद्धांतों के मुताबिक इसे गलती से किसी मछुआरे ने पकड़ लिया होगा और फिर समुद्र में फेंकने की कोशिश  की होगी. दूसरा अनुमान ये है कि इसे किसी व्हेल ने मार डाला और सतह पर ले आया. एक अन्य संभावना यह है कि यह उथले पानी में दिशाभ्रमित हो गया और फिर किसी अन्य जानवर ने इस पर हमला कर दिया.

फ़ोरवी एनएनआर उत्तरी सागर और यथान नदी के मुहाने के बीच स्थित लगभग 2,471 एकड़ (1,000 हेक्टेयर) रेतीले टीलों और झाड़ियों को कवर करता है. यह क्षेत्र सीलों के लिए जाना जाता है. इसी इलाके में इस अजीबोगरीब समुद्री जानवर के अवशेष पाए गए हैं. 

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