वाहन चालक अक्सर मानते हैं कि अगर पेट्रोल पंप का मीटर ‘0’ से शुरू हो जाए तो उनके साथ किसी तरह की धोखाधड़ी नहीं होगी. लेकिन सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो ने इस भरोसे को हिला दिया है. वीडियो में एक पेट्रोल पंप कर्मचारी खुद बताता है कि मीटर ‘0’ होने के बाद भी ग्राहकों को बेवकूफ बनाना संभव है और कई जगह यही हो भी रहा है.
वीडियो में कर्मचारी दिखाता है कि कई पंपों पर ‘0’ दिखाने के तुरंत बाद मीटर सीधे 5 तक पहुंच जाता है, जबकि उस समय तक असल में फ्यूल फ्लो शुरू भी नहीं होता. ऐसे में ग्राहक को शुरुआत के कुछ मिलीलीटर ईंधन का सही हिसाब नहीं मिलता और उसे बिना जाने नुकसान झेलना पड़ता है.
ऐसा ही एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से फैल रहा है और लोग इसे देखकर पेट्रोल भरवाते समय ज्यादा सतर्क रहने की सलाह दे रहे हैं.
डेंसिटी देखकर पहचानें ईंधन सही है या मिलावटी
वीडियो में कर्मचारी ने ईंधन की शुद्धता की पहचान बताने का एक और तरीका साझा किया. उसके अनुसार हर पेट्रोल पंप पर एक स्क्रीन लगी होती है, जिसमें पेट्रोल और डीजल की डेंसिटी दिखाई जाती है.
कर्मचारी के अनुसार, पेट्रोल की डेंसिटी 720 से 775 के बीच होनी चाहिए. डीजल की डेंसिटी 820 से 860 के बीच मानी जाती है.अगर डेंसिटी इन मानकों से बाहर हो, तो यह संकेत है कि ईंधन में मिलावट की गई है या गुणवत्ता सही नहीं है.
देखें वायरल वीडियो
मीटर की अगली रीडिंग देती है बड़ा संकेत
वीडियो में कर्मचारी ने यह भी बताया कि ग्राहक अक्सर केवल ‘0’ देख लेते हैं, लेकिन उसके तुरंत बाद मीटर किस संख्या पर जाता है, इस पर ध्यान नहीं देते.उसके अनुसार, मीटर 0 से सीधे 10 या उससे ऊपर पर पहुंच जाए तो यह साफ संकेत है कि मशीन में छेड़छाड़ की गई है.सही स्थिति में मीटर की रीडिंग 2, 3 या 4 जैसे छोटे नंबर पर आनी चाहिए.
यूजर्स बोले—अब हम पेट्रोल भरवाते वक्त ज्यादा सावधान रहेंगे. यह वीडियो लोगों में तेजी से जागरूकता फैला रहा है. कई यूजर्स ने कमेंट किया कि उन्हें इस ट्रिक के बारे में पता ही नहीं था और अब वे पेट्रोल भरवाते समय डेंसिटी और मीटर की शुरुआती रीडिंग दोनों पर ध्यान देंगे.कुछ लोगों ने लिखा कि यह जानकारी लाखों लोगों के काम आएगी. दूसरों ने कहा कि अब हम बिना देखे कभी पेट्रोल नहीं भरवाएंगे.