किरायेदार को घर से निकालना अब कई मकान मालिकों के लिए सिरदर्द बनता जा रहा है-खासकर तब, जब किरायेदार किराया न दे और फिर भी घर खाली करने से इनकार कर दे. ऐसा ही एक मामला हाल ही में रेडिट पर सामने आया, जहां कर्नाटक के एक मकान मालिक ने अपनी परेशानी बताई. उन्होंने लिखा- “मैं एक किरायेदार के साथ बड़ी समस्या में हूं. उसने पिछले एक साल से किराया नहीं दिया है. मामला कोर्ट तक पहुंच चुका है, लेकिन किरायेदार ज़्यादातर सुनवाई में आता ही नहीं और बस केस को लटकाता जा रहा है. अब उल्टा वो मुझसे ₹3.5 लाख मांग रहा है ताकि वो जगह खाली करें. मैं पहले ही एक साल का किराया और काफी समय गंवा चुका हूं,. अब समझ नहीं आ रहा कि क्या करूं. अपनी ही संपत्ति खाली कराने के लिए उसे पैसे देना बहुत गलत लगता है. ”

सोशल मीडिया पर पोस्ट वायरल
“किरायेदार मकान खाली करने से इनकार कर रहा है और छोड़ने के लिए 3.5 लाख रुपये मांग रहा है- मदद की जरूरत है.'' पोस्ट वायरल होने के बाद कई रेडिट यूजर ने मकान मालिक के साथ सहानुभूति जताई और उसे कानूनी सलाह दी. कई यूजर्स ने इस स्थिति पर अविश्वास और निराशा व्यक्त की. एक यूजर ने लिखा- आपने किरायेदार को बिना किराया दिए पूरे एक साल तक रहने दिया? इसमें कुछ हद तक आपकी भी गलती है. लेकिन अब, सबसे अच्छा यही है कि आप उसे कानूनी तौर पर बाहर निकाल दें. पुलिस को बुलाएं और उसे बेदखल करवाएं. एक और यूजर ने कहा, "अरे, मैं दिल्ली में रहने वाला एक वकील हूं. अगर मामला कोर्ट पहुंच चुका है, तो किरायेदार को घर खाली करने के लिए मजबूर करने जैसा कोई गैरकानूनी कदम न उठाएं. आप कहां रहते हैं?"
इस पर रेडिट यूजर ने लिखा- "मैं कर्नाटक में रहता हूं." एक तीसरे व्यक्ति ने सुझाव देते हुए लिखा, "उसकी मांगों के आगे न झुकें. अदालत में मामले को आगे बढ़ाते रहें. कानून आपके पक्ष में होगा. कुछ लोगों ने अपने निजी अनुभव साझा किए, एक यूजर ने कहा, "मेरे पास भी ऐसा ही एक मामला था जहां किरायेदार दो साल तक घर छोड़ने से इनकार करता रहा. कई सुनवाइयां चलीं, लेकिन आखिरकार अदालत ने बेदखली का आदेश दिया."