'रावलपिंडी एक्सप्रेस' के नाम से मशहूर शोएब अख्तर खेल के विभिन्न पहलुओं पर अक्सर अपनी बेबाक राय रखते हैं. अब इस पूर्व तेज गेंदबाज को पाकिस्तान के क्रिकेट में शानदार योगदान के लिए सम्मान मिला है. दरअसल रावलपिंडी का केआरएल स्टेडियम (Khan Research Laboratories Ground) अब शोएब अख्तर स्टेडियम के नाम से जाना जाएगा.
45 साल के शोएब अख्तर ने ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी है. साथ ही उन्होंने इस सम्मान के लिए आभार प्रकट किया है.
I have always done by best to serve Pakistan with utmost dedication and passionate determination, with integrity. To always keep our flag high. Today and everyday I wear the star on my chest with pride. Thank you, Pakistan. Zindabad pic.twitter.com/nCaPDKTZZ8
— Shoaib Akhtar (@shoaib100mph) March 13, 2021
शोएब अख्तर ने तस्वीर शेयर करते हुए लिखा, 'रावलपिंडी के केआरएल स्टेडियम का नाम बदलकर शोएब अख्तर स्टेडियम रखने पर सम्मानित महसूस कर रहा हूं. इसे व्यक्त करने के लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं. वास्तव में इतने सालों से मुझे जो प्यार और सम्मान मिला है, उसका आभार जताने के लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं. मैंने हमेशा पूरी निष्ठा के साथ पाकिस्तान की सेवा करने की कोशिश की.'
शोएब अख्तर खेल के दिनों में अपनी गति और अतिरिक्त उछाल से बल्लेबाजों को काफी परेशान करते थे. सचिन तेंदुलकर, वीरेंद्र सहवाग, रिकी पोंटिंग जैसे खिलाड़ियों से उनकी अच्छी प्रतिद्वंद्विता थी.
2003 के विश्व कप में उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ 161.3 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गेंद डाली थी, जो आज भी क्रिकेट के इतिहास की सबसे तेज गेंद है.
शोएब ने पाकिस्तान के लिए 46 टेस्ट मैचों में 178 विकेट झटके. जबकि 163 वनडे इंटरनेशनल मैचों में 247 विकेट अपने नाम किए. शोएब ने पाकिस्तान के लिए 15 टी20 इंटरनेशनल मैच भी खेले, जिसमें उन्होंने 19 विकेट लिये.