भारतीय भाला फेंक स्टार नीरज चोपड़ा बुधवार से टोक्यो में क्वालिफिकेशन राउंड के साथ विश्व एथलेटिक्स चैम्पियनशिप 2025 में अपने खिताब की रक्षा की शुरुआत करेंगे. इस बार उन्हें पाकिस्तान के ओलंपिक चैंपियन अरशद नदीम और जर्मनी के डायमंड लीग विजेता जूलियन वेबर जैसी कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ सकता है.
चोपड़ा का लक्ष्य पुरुष भाला फेंक में लगातार दूसरी बार स्वर्ण जीतकर इतिहास रचने का है. अब तक यह उपलब्धि सिर्फ चेक गणराज्य के जान जेलेजनी (1993, 1995) और ग्रेनेडा के एंडरसन पीटर्स (2019, 2022) ही हासिल कर पाए हैं. नीरज ने पिछली विश्व चैम्पियनशिप (2023, बुडापेस्ट) में स्वर्ण पदक अपने नाम किया था.
कब होगा अरशद नदीम से मुकाबला
यह भी दिलचस्प है कि नीरज और अरशद का आमना-सामना सीधे क्वालिफाइंग में नहीं होगा, क्योंकि दोनों अलग-अलग ग्रुप में रखे गए हैं. उनके बीच भिड़ंत की उम्मीद गुरुवार को होने वाले फाइनल में है. पेरिस ओलंपिक 2024 के बाद यह पहली बार होगा जब दोनों एक ही मंच पर उतरेंगे. पेरिस में अरशद ने 92.97 मीटर थ्रो कर स्वर्ण जीता था, जबकि नीरज का सर्वश्रेष्ठ थ्रो 89.45 मीटर रहा और उन्हें रजत से संतोष करना पड़ा.
अरशद नदीम और नीरज चोपड़ा के बीच होने वाले मुकाबले पर इसलिए भी सभी की नजर है. क्योंकि ये देखने वाली बात होगी की क्या नीरज चोपड़ा, नदीन से हाथ मिलाएंगे या नहीं. ये इसलिए देखना दिलचस्प है क्योंकि एशिया कप में टीम इंडिया के खिलाड़ियों ने पाकिस्तानी प्लेयर्स से हाथ नहीं मिलाया.
इन खिलाड़ियों पर भी रहेगी नजर
जर्मनी के वेबर, ग्रेनेडा के पीटर्स, केन्या के पूर्व विश्व चैंपियन जूलियस येगो, त्रिनिदाद-टोबैगो के 2012 ओलंपिक विजेता केशोर्न वाल्कोट, चेक के जैकब वाडलेज और ब्राजील के लुईज दा सिल्वा भी इस खिताबी दौड़ में मौजूद रहेंगे.
ये भारतीय खिलाड़ी लेंगे हिस्सा
भारत की ओर से इस बार सबसे बड़ा दल उतरेगा.नीरज के साथ सचिन यादव, यशवीर सिंह और रोहित यादव भी हिस्सा ले रहे हैं. चोपड़ा को गत विजेता होने के नाते वाइल्ड कार्ड मिला, जबकि बाकी तीनों खिलाड़ियों ने विश्व रैंकिंग के जरिए क्वालिफाई किया.
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क्वालिफिकेशन राउंड में नीरज को 19 सदस्यीय ग्रुप ए में रखा गया है, जिसमें वेबर, वाल्कोट, वाडलेज और सचिन यादव भी शामिल हैं. वहीं, ग्रुप बी में अरशद नदीम, पीटर्स, येगो, दा सिल्वा, रोहित यादव, यशवीर सिंह और श्रीलंका के उभरते खिलाड़ी रमेश थरंगा पथिरगे होंगे. 84.50 मीटर का निशान पार करने वाले या टॉप-12 थ्रोअर फाइनल के लिए क्वालिफाई करेंगे.
बुडापेस्ट 2023 में नीरज ने 88.17 मीटर थ्रो कर स्वर्ण हासिल किया था, वहीं नदीम (87.82 मीटर) को रजत और वाडलेज (86.67 मीटर) को कांस्य मिला था. हालांकि, टोक्यो का यह वही स्टेडियम है जहां नीरज ने 2021 में ओलंपिक स्वर्ण जीतकर इतिहास रचा था.
इस सीजन नीरज का सर्वश्रेष्ठ थ्रो दोहा डायमंड लीग में 90.23 मीटर रहा है, जबकि उनका दूसरा सर्वश्रेष्ठ 88.16 मीटर दर्ज हुआ. दूसरी ओर, जूलियन वेबर इस साल तीन बार 90 मीटर से अधिक की दूरी फेंक चुके हैं और हाल ही में डायमंड लीग ट्रॉफी जीतकर प्रबल दावेदार के रूप में उतरेंगे.