ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच पांच मैचों की एशेज सीरीज का तीसरा मुकाबला एडिलेड में खेला जा रहा है. ऑस्ट्रेलिया टीम टेस्ट सीरीज में 2-0 से आगे है. ये मुकाबला जीतने पर कंगारू टीम एशेज एक बार फिर अपने नाम कर लेगी. दूसरी ओर इंग्लैंड की निगाहें कमबैक करने पर हैं. एडिलेड टेस्ट में 'स्निको' तकनीक को लेकर हंगामा मच गया है, जिसके केंद्र में ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज एलेक्स कैरी रहे.
यह विवाद ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी के 63वें ओवर में हुआ. उस ओवर में जोश टंग की पहली गेंद पर एलेक्स कैरी ने कट शॉट खेलने की कोशिश की. हालांकि इस कोशिश में वो पूरी तरह सफल नहीं हो पाए. गेंद बल्ले को हल्का स्पर्श करते हुए विकेटकीपर जेमी स्मिथ के पास गई और उन्होंने कैच पकड़ लिया. इंग्लैंड के खिलाड़ी कॉट बिहाइंड की जोरदार अपील करने लगे. हालांकि अंपायर अहसान रजा ने बैटर के पक्ष में फैसला सुनाया. इंग्लिश खिलाड़ी हैरान थे और कप्तान बेन स्टोक्स ने इंग्लैंड ने डिसीजन रिव्यू सिस्टम (DRS लिया.
स्निकोमीटर पर एक स्पाइक दिखाई दी, लेकिन वह गेंद के बल्ले के पास से गुजरने से 2-3 फ्रेम पहले की थी. तीसरे अंपायर क्रिस गैफनी ने माना कि बल्ले और गेंद के बीच साफ गैप है और कोई स्पाइक नहीं है. गैफनी ने एलेकस कैरी के पक्ष में फैसला सुनाया. इस फैसले से इंग्लैंड की टीम संतुष्ट नहीं थी, साथ ही उसने एक रिव्यू भी गंवा दिया था. ईएसपीएन क्रिकइंफो के मुताबिक पहले दिन का खेल खत्म होने के बाद इंग्लैंड के हेड कोच ब्रेंडन मैकुलम और टीम मैनेजर वेन बेंटली ने मैच रेफरी जेफ क्रो से इस मुद्दे पर बातचीत की. साथ ही इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड (ECB) ने इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) से इस तकनीक की समीक्षा की मांग की.
ICC ने क्या कदम उठाया?
आईसीसी ने तकनीकी गलती को स्वीकार करते हुए इंग्लैंड का डीआरएस फिर से बहाल कर दिया. आईसीसी ने पुष्टि की कि ब्रॉडकास्ट पार्टनर BBG स्पोर्ट से बातचीत के बाद ये फैसला लिया गया.. BBG स्पोर्ट ही स्निकोमीटर तकनीक की सप्लायर कंपनी है. दिलचस्प बात यह रही कि ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज एलेक्स कैरी ने भी माना कि शायद गेंद बल्ले से लगी थी. कैरी ने कहा, 'मुझे ऐसा लगा कि गेंद कुछ छूकर गई है. उस समय आप सिस्टम पर भरोसा करते हैं, लेकिन ऐसा लगा कि खिलाड़ी स्क्रीन से ज्यादा जानते थे.'
बीबीजी स्पोर्ट्स की ओर से कहा गया कि गलत स्टम्प माइक चुना गया था और इस गलती की पूरी जिम्मेदारी ली. कंपनी ने इसके लिए माफी भी मांगी. इस पूरे मामले पर इंग्लैंड के फास्ट बॉलिंग कोच डेविड सैकर ने भी तकनीक पर सवाल उठाए. उन्होंने कहा, 'एक दिन का खेल खत्म होने के बाद हमें इस बारे में बात नहीं करनी चाहिए. आज के समय में तकनीक इतनी बेहतर होनी चाहिए कि ऐसी चीजें साफ पकड़ में आ जाएं.'
एलेक्स कैरी इस तकनीकी खामी का फायदा उठाया और शानदार 106 रन बनाए. कैरी के शानदार शतक की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने अपनी पहली पारी में 371 रन बनाए. उस्मान ख्वाजा (82 रन) और मिचेल स्टार्क (54 रन) के बल्ले से भी उपयोगी रन निकले.
इंग्लैंड की प्लेइंग इलेवन: जैक क्राउली, बेन डकेट, ओली पोप, जो रूट, हैरी ब्रूक, बेन स्टोक्स (कप्तान), जेमी स्मिथ (विकेटकीपर), विल जैक्स, ब्रायडन कार्स, जोफ्रा आर्चर और जोश टंग.
ऑस्ट्रेलिया की प्लेइंग इलेवन: ट्रेविस हेड, जेक वेदराल्ड, मार्नस लाबुशेन, उस्मान ख्वाजा, कैमरन ग्रीन, जोश इंगलिस, एलेक्स कैरी (विकेटकीपर), पैट कमिंस (कप्तान), मिचेल स्टार्क, नाथन लायन और स्कॉट बोलैंड.