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'तू-तड़ाके से बात मत कर, FIR करा दूंगा...', BJP नेताओं पर भड़के RTO, प्रति डंपर ₹2000 की वसूली का आरोप

MP के खंडवा में RTO ने शिकायतकर्ता बीजेपी नेताओं को कोर्ट या अन्य प्लेटफॉर्म पर जाने को कहा. विवाद बढ़ने पर परिवहन अधिकारी ने सरकारी कार्य में बाधा के नाम पर FIR कराने की धमकी भी दी, जिससे माहौल और गरमा गया.

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RTO और BJP नेताओं के बीच सड़क पर बहस.(Photo:Screengrab)
RTO और BJP नेताओं के बीच सड़क पर बहस.(Photo:Screengrab)

MP News: खंडवा हरसूद रोड पर उस वक्त जबरदस्त सियासी और प्रशासनिक हंगामा खड़ा हो गया, जब नए जिला परिवहन अधिकारी ने एक खनन कारोबारी के डंपर का चालान बनाने की कोशिश की. इस कार्रवाई के विरोध में सत्तारूढ़ BJP के कद्दावर नेता सड़क पर उतर आए और उन्होंने RTO पर ₹2000 प्रति ट्रक के हिसाब से अवैध वसूली का नया सिस्टम बनाने का गंभीर आरोप लगाया. जब 'तू-तड़ाक' से बात की गई तो अफसर का भी पारा चढ़ गया और उन्होंने एफआईआर की धमकी दे डाली. इससे माहौल और गरमा गया. 

दरअसल, हरसूद रोड पर एक गिट्टी खदान के पास आरटीओ खुद दो डंपरों का चालान बनाने पहुंच गए. उन्हें शक था कि इसमें ओवरलोडिंग हो रही है, इसलिए वे इसे तौल कांटे पर ले जाकर इसका वजन कराना चाहते थे. जब इसकी जानकारी खनन कारोबारी राकेश बंसल को लगी तो उन्होंने BJP के तमाम नेताओं को खबर कर दी. 

राकेश बंसल राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ RSS सहित उसके कई संगठनों के महत्वपूर्ण पदों पर हैं जिनके संपर्क भी गहरे हैं. बंसल का फोन पहुंचते ही विधायक कंचन तनवे के पति मुकेश तनवे ने आरटीओ से मोबाइल पर बात करनी चाही तो उन्होंने बात करने से इनकार कर दिया, इससे वे भी बुरी तरह भड़क गए. 

विधायक पति BJP के कुछ बड़े नेताओं के साथ मौके पर पहुंचे तो वहां इतना विवाद गहराया कि BJP नेताओं को सड़क पर धरने पर बैठने की नौबत आ गई. भाजपा के नेता एक अधिकारी के हठपूर्ण रवैये को लेकर इतने तैश में आ गए कि बात 'तू-तड़ाक' तक चली गई. देखें Video:- 

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वाहन मालिकों का आरोप है कि RTO दीपक मांझी ने हर ट्रक से ₹2000 की अवैध वसूली का नया सिस्टम बनाया है. खनन कारोबारी राकेश बंसल ने खुलासा किया कि उनकी 40 गाड़ियों को चलाने के लिए उनसे प्रति गाड़ी ₹2000 यानी ₹80000 प्रति माह की मांग की गई. पैसा न देने पर उन्हें टारगेट कर परेशान किया जा रहा था. विधायक पति मुकेश तनवे ने कहा कि ये 'रोज की झंझट' है और जो 'सिस्टम में नहीं देते', उनके चालान बनते हैं.

RTO दीपक मांझी ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि अवैध काम करने वाले ही आरोप लगाते हैं. उन्होंने कहा कि चालान न बनाने देना शासकीय कार्य में बाधा है और इसके लिए परिणाम भुगतना पड़ेगा.

विवाद बढ़ने पर RTO ने सरकारी कार्य में बाधा के नाम पर एफआईआर कराने की धमकी भी दी, जिससे माहौल और गरमा गया.

कांग्रेस का हमला 
नगर निगम के प्रतिपक्ष नेता दीपक राठौर ने इस घटना को बड़ा भ्रष्टाचार बताया. उन्होंने कहा कि हमने 'लुटेरी दुल्हन' के बारे में सुना था, लेकिन आज 'लुटेरे RTO' के बारे में भी सुन लिया. उन्होंने कहा कि यह शर्म की बात है कि सत्ता पक्ष के नेताओं को अपनी ही सरकार में भ्रष्टाचार के खिलाफ धरने पर बैठना पड़ रहा है'

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