अगर आपको कमरे में अंधेरे में सोने की आदत नहीं है और बल्ब जला कर सोना पसंद करते हैं तो सावधान हो जाएं क्योंकि आपकी यह आदत तनाव का कारण बन सकती है.
‘डेली मेल’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक ओहायो स्टेट विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने पाया है कि सोने के दौरान पूरी तरह से अंधेरे की गैरमौजूदगी मस्तिष्क और अवसादग्रस्तता लक्षणों में बदलाव ला सकता है.
वैज्ञानिकों का मानना है कि अगर आपको टेलीविजन चलता हुआ छोड़कर सोने की आदत है तो भी आपको सतर्क हो जाने की जरूरत है.
शोध में चूहे जैसा जंतु हैमस्टर्स को चार सप्ताह के दौरान रात में मंद प्रकाश में रख गया गया. प्रकाश की मात्रा अंधेरे कमरे में टीवी से निकलने वाले प्रकाश की मात्रा जितनी ही पायी गयी.
व्यवहार परीक्षण से पता चला कि रात में प्रकाश की मौजूदगी से हैमस्टर्स की ऊर्जा और जोश भी असर पड़ता है.
न्यूरोसाइंटिस्ट ट्रेसी बेडासियन ने बताया कि हैमस्टर्स से मिले नतीजे उसी तरह रहे जो हम मानवों के बारे में जानना चाहते थे.