कश्मीर घाटी से रविवार को कर्फ्यू हटा लिया गया और मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बहाल कर दी गईं. संसद पर हमले के दोषी मोहम्मद अफजल गुरु को एक हफ्ते पहले फांसी देने के बाद वहां ये प्रतिबंध लगाए गए थे.
पुलिस के एक प्रवक्ता ने कहा कि घाटी के सभी दस जिलों से कर्फ्यू हटा लिया गया है. बहरहाल सामान्य जनजीवन प्रभावित रहा क्योंकि सैयद अली शाह गिलानी के नेतृत्व वाले हुर्रियत कांफ्रेंस के कट्टरपंथी धड़े ने गुरु की फांसी को लेकर हड़ताल सोमवार तक के लिए बढ़ा दी है. वह गुरु के शव को उनके परिजनों को सौंपने की भी मांग कर रहे हैं.
दुकान एवं व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद रहे जबकि हड़ताल के कारण सार्वजनिक परिवहन सड़कों से नदारत रहा. नगर एवं घाटी के अन्य बड़े शहरों में निजी वाहन सड़कों पर दिखे. घाटी में पांच लाख मोबाइल इंटरनेट उपभोक्ताओं को राहत देते हुए शनिवार देर शाम इंटरनेट सेवा बहाल कर दी गई.
एहतियात के तौर पर पिछले शनिवार को इंटरनेट सेवाएं रोक दी गई थीं क्योंकि अधिकारियों को आशंका थी कि गड़बड़ी उत्पन्न करने वाले लोग अफवाह फैलाने के लिए सोशल नेटवर्किंग साइट का दुरुपयोग कर सकते हैं.
पुलिस के एक प्रवक्ता ने कहा कि घाटी में स्थिति शांतिपूर्ण है और किसी अप्रिय घटना की कोई खबर नहीं है. दिल्ली के तिहाड़ जेल में पिछले हफ्ते गुरु को फांसी देने के बाद कश्मीर में कफ्र्यू लगा दिया गया था.
गुरु को फांसी देने के बाद प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच हुए संघर्ष में तीन लोगों की मौत हो गई और 25 पुलिसकर्मियों सहित 60 से ज्यादा लोग घायल हो गए.