राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने लोकसभा में सत्तारूढ़ भाजपा पर हिंदू नहीं वाले तंज के लिए उनकी आलोचना की है. संघ ने कहा कि नेता विपक्ष का हिंदुत्व को हिंसा से जोड़ना दुर्भाग्यपूर्ण है.
संघ ने लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी की भाजपा पर टिप्पणी पर आपत्ति जताई है. कांग्रेस नेता की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के वरिष्ठ पदाधिकारी सुनील अंबेकर ने कहा कि हिंदुत्व को हिंसा से जोड़ने वाले महत्वपूर्ण पदों पर बैठे लोग दुर्भाग्यपूर्ण हैं. चाहे वह (स्वामी विवेकानंद) या (महात्मा) गांधी का हिंदुत्व हो, यह सद्भाव और भाईचारे का प्रतीक है. अंबेकर आरएसएस के अखिल भारतीय प्रचार विभाग के प्रमुख हैं.
क्या बोले राहुल गांधी
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने सोमवार को राष्ट्रपति के अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव पर बोलते हुए पीएम मोदी पर जमकर निशाना साधा. राहुल गांधी ने कहा कि मोदीजी ने अपने भाषण में एक दिन कहा कि हिंदुस्तान ने कभी किसी पर हमला नहीं किया. इसका कारण है. हिंदुस्तान अहिंसा का देश है,यह डरता नहीं है. हमारे महापुरुषों ने यह संदेश दिया- डरो मत, डराओ मत. शिवजी कहते हैं- डरो मत, डराओ मत और त्रिशूल को जमीन में गाड़ देते हैं. दूसरी तरफ जो लोग अपने आपको हिंदू कहते हैं वो 24 घंटे हिंसा-हिंसा-हिंसा..नफरत-नफरत-नफरत... आप हिंदू हो ही नहीं. हिंदू धर्म में साफ लिखा है सच का साथ देना चाहिए.'
उनकी इस टिप्पणी का सत्ता पक्ष ने भारी विरोध किया और इसके बाद पूरे सदन में हंगामा हो गया. पीएम नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस नेता की टिप्पणी का विरोध करते हुए पूरे हिंदू समुदाय को हिंसक कहने का आरोप लगाया. हालांकि, राहुल ने पीएम पर पलटवार करते हुए कहा कि वह भाजपा के बारे में बोल रहे थे और न तो सत्तारूढ़ पार्टी, न ही आरएसएस और न ही मोदी पूरे हिंदू समाज का प्रतिनिधित्व करते हैं.
प्रियंका ने किया बचाव
वहीं, जब इसे लेकर संसद के बाहर प्रियंका गांधी से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि, 'मेरे भाई कभी हिंदुओं का अपमान नहीं कर सकते हैं. बहुत स्पष्ट बोला है उन्होंने. उन्होंने बीजेपी के बारे में बोला है. उन्होंने बीजेपी के नेताओं के बारे में बोला है.'