महाराष्ट्र के मुलुंड डंपिंग ग्राउंड पर गोल्फ कोर्स बनाने की दिशा में बड़ा कदम बढ़ गया है. बृहन्मुंबई महानगरपालिका ने प्रोफेशनल गोल्फ टूर ऑफ इंडिया यानी PGTI को इस जगह का फिज़िबिलिटी स्टडी करने की आधिकारिक अनुमति दे दी है.
यह फैसला पूर्वी मुंबई के इस इलाके में विकास और नई आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से लिया गया है.
बीएमसी के ठोस अपशिष्ट प्रबंधन विभाग ने बुधवार को PGTI को पत्र जारी किया, जिसमें मुलुंड डंपिंग ग्राउंड पर गोल्फ कोर्स की संभाव्यता जांच की इजाज़त दी गई है. यह प्रस्ताव सबसे पहले स्थानीय भाजपा विधायक मिहिर कोटेचा ने रखा था.
मिहिर कोटेचा ने कहा कि मुलुंड के लोगों के लिए यह बेहद बड़ी और सकारात्मक खबर है. सालों तक यहां के निवासियों को डंपिंग ग्राउंड की बदबू और गंदगी झेलनी पड़ी. 2018 में यह साइट बंद की गई, लेकिन कचरा पूरी तरह हटाने की प्रक्रिया धीरे-धीरे चल रही थी. कोटेचा ने पिछले साल मांग रखी थी कि 64 एकड़ खाली जमीन का उपयोग गोल्फ कोर्स बनाने में किया जाए, ताकि क्षेत्र को एक नया और स्वच्छ वातावरण मिल सके.
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उन्होंने बताया कि मई में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के साथ मुलुंड से जुड़े कई मुद्दों पर बैठक हुई थी. उसी दौरान उन्होंने गोल्फ कोर्स का प्रस्ताव दोबारा रखा, जिस पर मुख्यमंत्री ने सकारात्मक रुख दिखाते हुए फिज़िबिलिटी स्टडी कराने को कहा था.
स्थानीय लोगों के अनुसार, अगर गोल्फ कोर्स बनता है तो आस-पास की पुरानी इमारतों और कॉलोनियों के पुनर्विकास का रास्ता भी खुल जाएगा. जमीन की वैल्यू बढ़ेगी और इलाके में आधुनिक सुविधाएं आएंगी. इससे रियल एस्टेट और छोटे व्यवसायों को भी सीधा फायदा होगा.
मिहिर कोटेचा ने कहा कि डंपिंग साइट से कचरा हटने के बाद लोगों को साफ हवा मिलेगी. साथ ही गोल्फ कोर्स बनने से रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे और इलाके की पहचान भी बदले. युवाओं को स्पोर्ट्स, मैनेजमेंट और हॉस्पिटैलिटी जैसे क्षेत्रों में काम के मौके मिल सकते हैं.