लद्दाख के उपराज्यपाल ब्रिगेडियर (सेवानिवृत्त) कविंदर गुप्ता ने अपने आधिकारिक आवास ‘राज निवास’ का नाम बदलकर ‘लोक निवास’ कर दिया है. इसके बाद आज सुबह एलजी ने स्वयं लेह स्थित अपने निवास के मुख्य द्वार पर लोक निवास का नया नेमप्लेट लगाया.
इस बदलाव पर प्रतिक्रिया देते हुए लद्दाख के एलजी कविंदर गुप्ता ने कहा, 'पिछले चार महीनों से हमने दरवाजे सभी के लिए खोल रखे हैं. कोई भी व्यक्ति मिलना चाहे, हम मिलते हैं. हमने ‘स्वागतम् पोर्टल’ भी शुरू किया है. नाम में बदलाव से मानसिकता में बदलाव आता है. अब लोग जान गए हैं कि यहां जो भी बैठा है, वह शासन करने नहीं, जनता की सेवा करने आया है. इस बदलाव का मैं स्वागत करता हूं.'
गौरतलब है कि लद्दाख के केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद से ही यहां के उपराज्यपाल निवास को ‘राज निवास’ कहा जाता रहा है. कई सामाजिक और राजनीतिक संगठनों ने लंबे वक्त से मांग की थी कि नाम में ‘राज’ शब्द हटाया जाए, क्योंकि ये औपनिवेशिक दौर की याद दिलाता है और जनता से दूरी का प्रतीक है.
एलजी कविंदर गुप्ता ने सत्ता संभालते ही जनता के साथ सीधा संवाद बढ़ाने की पहल शुरू की थी. अब इस नाम परिवर्तन को उनकी ‘जनता के दरबार में उपराज्यपाल’ वाली सोच का प्रतीक माना जा रहा है.
वहीं, नाम बदलने का ये फैसला लद्दाख में प्रशासन और जनता के बीच की दूरी को कम करने के प्रयासों के रूप में देखा जा रहा है.