केरल के कोच्चि में चल रहे कोचीन कार्निवल में तैयार किए गए पुतले को लेकर विवाद शुरू हो गया है. कारण, बीजेपी ने आरोप लगाया है कि कोचीन कार्निवाल समिति द्वारा नए साल के दिन जलाने के लिए तैयार किया गया 'पप्पनजी' के पुतले का चेहरा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलता जुलता है. पुतले से जब पर्दा हटाया गया तो बीजेपी कार्यकर्ताओं ने इसका विरोध किया. इसको लेकर कार्यकर्ताओं और पुतला बनाने वाले कारीगरों के बीच कहासुनी भी हुई.
बीजेपी कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि जानबूझकर प्रधानमंत्री का अपमान करने के उद्देश्य से पुतले का चेहरा नरेंद्र मोदी की तरह रखा गया है. उन्होंने यह भी कहा कि वे इसके खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराएंगे. इसके बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों और कार्निवाल कार्यकर्ताओं से बातचीत की. विरोध तब समाप्त हुआ जब कार्निवाल समिति ने घोषणा की कि वे पुतले के चेहरे में बदलाव करेंगे.
बता दें कि कोचीन कार्निवल का वर्षों से रिवाज है कि नए साल का स्वागत करने के लिए आधी रात को 'पप्पनजी' को जलाया जाता है. हर साल प्रसिद्ध फोर्ट कोच्चि के समुद्र तट पर 'पाप्पजी' का दहन 31 दिसंबर की मध्यरात्रि किया जाता है. जो प्रतीकात्मक रूप से गुजरते साल के बोझ को समाप्त करता है और नए साल की शुरुआत को नए सिरे से चिह्नित करता है.
कोचीन कार्निवल कमेटी के एक पदाधिकारी ने बताया कि सभी मुद्दों को सुलझा लिया गया है. यह देखते हुए कि कोचीन कार्निवल कमेटी में सभी दलों और धर्मों के लोग शामिल हैं, उन्होंने कहा, "बीजेपी कार्यकर्ताओं द्वारा विरोध किए जाने के बाद हमने पुतले के चेहरे में बदलाव किया है. अब, हम सभी कार्निवल मनाने के लिए एकजुट होकर काम कर रहे हैं."
बीजेपी एर्नाकुलम के जिलाध्यक्ष एडवोकेट के एस शैजू ने आरोप लगाया कि यह कार्निवल समिति के "कुछ निहित स्वार्थों की करतूत" थी, जो एक लोकप्रिय सांस्कृतिक त्योहार कोचीन कार्निवल में दिक्कत पैदा करना चाहती थी. उन्होंने कार्निवाल कमेटी से ऐसे निहित स्वार्थों को लोकप्रिय मंच से बाहर करने का आग्रह किया.