केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन के कार्यक्रम के दौरान माइक में गड़गड़ाहट आने के मामले में पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है. पिनराई विजयन केरल के पूर्व सीएम दिवंगत ओमन चांडी को श्रद्धांजलि देने के लिए आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे. तभी माइक में गड़गड़ाहट के चलते कुछ देर के लिए उनका भाषण बाधित हो गया था.
केरल पुलिस ने जनता को खतरा पैदा करने या सार्वजनिक सुरक्षा में विफलता के लिए केरल पुलिस अधिनियम 118E के तहत मामला दर्ज कर लिया है. हालांकि, चौंकाने वाली बात ये है कि पुलिस ने इस मामले में किसी को आरोपी नहीं बनाया है.
पुलिस ने माइक, एम्पलीफायर और तार जब्त कर लिया. इसके अलावा माइक्रोफोन सेट मालिक और संचालक के बयान भी दर्ज किए हैं. पुलिस अब जांच में जुट गई है कि आखिर किस वजह से माइक में गड़गड़ाहट हुई. पुलिस माइक समेत जब्त किए गए उपकरणों की जांच में जुट गई है.
हालांकि, केरल पुलिस के इस कदम की जब आलोचना हुई, तो केरल के मुख्यमंत्री विजयन ने तुरंत पुलिस को केस वापस लेने और जब्त सामान को माइक्रोफोन सेट मालिक को वापस करने का निर्देश दिया. पुलिस ने बुधवार को पूरा सामान वापस कर दिया.
हालांकि, केरल के विपक्षी नेता वीडी सतीसन ने इस मामले को दर्ज करने को लेकर विजयन सरकार की चुटकी ली है. उन्होंने कहा कि इस मामले में पहला आरोपी माइक और दूसरा एम्प्लीफायर था. उन्होंने दावा किया कि देश में शायद ही इस तरह का मामला कभी हुआ हो. उन्होंने कुछ लोगों पर मुख्यमंत्री कार्यालय पर कब्जा करने का आरोप लगाया.
सोशल मीडिया पर भी इस मामले को लेकर लोग केरल सरकार और पुलिस की चुटकी ले रहे हैं. लोगों ने इस मामले में माइक्रोफोन की गिरफ्तारी की मांग की. यूजर्स का कहना है कि इस मामले के लिए स्पीकर को जिम्मेदारी लेनी चाहिए. हालांकि, पुलिस ने साफ कर दिया है कि इस मामले में अब जांच नहीं होगी.