देश में एक तरफ कोरोना का संकट है तो दूसरी तरफ ऑक्सीजन सप्लाई की किल्लत है. ऐसे में हालातों से निपटने के लिए सरकारों ने तेजी से ऑक्सीजन आपूर्ति की दिशा में काम करना शुरू कर दिया है. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कोरोना से उपजे ऑक्सीजन की कमी की स्थिति पर राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को अहम निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि संबंधित राज्य ऑक्सीजन वाहनों की सुरक्षा को सुनिश्चित करें और इसके लिए विशेष कॉरिडोर बनाएं.
गृह मंत्रालय (MHA) की ओर से कहा गया है कि राज्यों को ऑक्सीजन का आवंटन सिस्टमैटिक तरीके से किया जाना चाहिए. मंत्रालय ने ऑक्सीजन वाहनों के लिए सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए राज्यों को पत्र लिखा है. साथ ही कहा है कि वाहनों के लिए विशेष कॉरिडोर बनाकर उन्हें उनके गंतव्य तक पहुंचाया जाए.
गृह मंत्रालय ने कहा है कि ऑक्सीजन वाहनों को एंबुलेंस की तरह ट्रीट किया जाए. यानी कि जैसे एंबुलेंस को रास्ता दिया जाता है, उसी तरह ऑक्सीजन वाहनों को विशेष कॉरिडोर बनाकर पहुंचाया जाए. MHA विदेशों से उच्च क्षमता वाले ऑक्सीजन टैंकरों को लाने पर बातचीत कर रहा है. इसके लिए एयरफोर्स (IAF) के विमानों की मदद ली जाएगी. टैंकरों को सिंगापुर और UAE से लाया जा सकता है.
गौरतलब है कि देश में कोरोना महामारी के कारण बेकाबू होते हालात, चरमराती स्वास्थ्य व्यवस्था के बीच आज (शुक्रवार) कई अहम बैठकें हुईं. पीएम नरेंद्र मोदी ने कोरोना के मद्देनज़र कई अहम बैठकों की अगुवाई की. मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक के बाद पीएम मोदी ने ऑक्सीजन निर्माताओं के साथ बैठक की.
बता दें कि पिछले पांच सप्ताह में मुख्यमंत्रियों के साथ पीएम मोदी की यह तीसरी बैठक थी. इससे पहले 17 मार्च और 8 अप्रैल को मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक हुई थी. वहीं ऑक्सीजन सप्लाई को लेकर पिछले एक सप्ताह में यह चौथी रिव्यू मीटिंग थी. इससे पहले 16, 17 और 22 अप्रैल को रिव्यू मीटिंग की गई थी.