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सिक्किम में बादल फटने से बाढ़, पश्चिम बंगाल की बढ़ गई टेंशन, ममता सरकार ने बनाया एक्शन प्लान!

सिक्किम में अचानक बाढ़ आने से पश्चिम बंगाल तक प्रभावित हो गया है. बुधवार को सीएम ममता बनर्जी ने बाढ़ के बाद 23 सैनिकों के लापता होने की खबरों पर चिंता जताई और अपनी सरकार की ओर से हरसंभव मदद का आश्वासन दिया. उत्तरी सिक्किम में ल्होनक झील पर अचानक बादल फटने से तीस्ता नदी में अचानक बाढ़ आ गई. एक बांध से पानी छोड़े जाने के कारण हालात बिगड़ गए, जिससे सेना के 23 जवान बह गए हैं.

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सिक्किम में बाढ़ के बाद हालात बिगड़ गए हैं. (फोटो- ANI)
सिक्किम में बाढ़ के बाद हालात बिगड़ गए हैं. (फोटो- ANI)

सिक्किम में बुधवार को कुदरत के कहर का असर पश्चिम बंगाल में भी देखने को मिला है. सिक्किम में अचानक बादल फटने से तीस्ता नदी में बाढ़ आ गई और कई जिले बाढ़ के पानी से प्रभावित हो गए. तीस्ता बैराज से तीन शव बरामद किए गए हैं. हालांकि, अभी तक उनकी पहचान नहीं हो पाई है. जबकि 23 सैन्यकर्मियों के बारे में कुछ पता नहीं चल सका है. उनकी तलाश की जा रही है. ममता सरकार ने चुनौतियों से निपटने के लिए एक्शन प्लान बनाया है.

पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव एचके द्विवेदी ने बताया कि बाढ़ से हमारे राज्य के तीन जिले भी प्रभावित हुए हैं. वहीं, सिक्किम में बाढ़ के बाद पाकयोंग, गंगटोक, नामची और मंगन जिलों के सभी स्कूल 8 अक्टूबर तक बंद रखने का आदेश दिया गया है. इधर, केंद्रीय जल आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, बुधवार दोपहर एक बजे तीस्ता नदी का जलस्तर खतरे के निशान से नीचे था. इसके आसपास बाढ़ की स्थिति नहीं है. माना जा रहा है कि तीस्ता पर तीन स्टेशनों मेल्ली, सिंगतम और रोहतक पर जल स्तर खतरे के निशान से नीचे है, लेकिन इसके करीब मंडरा रहा है.

'पानी का बहाव कम होने पर बांध की मरम्मत कराएंगे'

बंगाल सरकार के CS ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए तैयारियों के बारे में जानकारी ली. उन्होंने कहा, हमने मंगलवार रात से ही निकासी शुरू कर दी थी. बादल फटने से 3 जिले प्रभावित हुए हैं. इस दौरान सीएम ममता बनर्जी ने कहा, सुबह तीन बजे हमें इसकी जानकारी हुई. दार्जिलिंग और कलिम्पोंग सिक्किम से कट गए हैं. दिल्ली की घटना के कारण मैं देर रात तक जाग रही थी. सिक्किम सीएस ने मुझे फोन किया और मुझे सूचित किया. जैसे ही पानी का बहाव कम होगा, हम बांध की मरम्मत करा देंगे. लेकिन अब हमें लोगों की मदद करनी होगी. हमने दार्जिलिंग और कलिम्पोंग में लोगों को बचाया है. हम प्रभावित इलाके में पूरी मदद करेंगे.

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'24 घंटे हालात की निगरानी'

उन्होंने कहा, डीवीसी ने पानी छोड़ दिया है. नहीं तो बांध टूट जायेंगे. ऐसा हमें बताया गया है, इसलिए खानाकुल और उदयनारायणपुर, बांकुरा का निचला इलाका प्रभावित है. एसडीआरएफ और एनडीआरएफ को तैनात किया गया है. मैं चौबीसों घंटे स्थिति पर नजर रख रहा हूं. निचले इलाके से 10 हजार लोगों को निकाला गया है.

'लोगों से सावधानी बरतने की अपील'

ममता बनर्जी ने एक्स पर पोस्ट किया और कहा, सिक्किम में बाढ़ के बाद 23 सैनिकों के लापता होने की खबर मिलने से बहुत चिंतित हूं. इस मामले पर हमारी सरकार की ओर से सहायता दी जाएगी. मैं उत्तर बंगाल के सभी संबंधित लोगों से भी आग्रह करती हूं कि आपदाओं को रोकने के लिए मौजूदा सीजन में अधिकतम सतर्कता बनाए रखें. मैंने पहले ही अपने मुख्य सचिव को जल्द से जल्द आपदा प्रबंधन तैयारियों के उपायों का समन्वय करने के लिए कहा है. 

'बंगाल ने बारिश के बाद लोगों को पहुंचाया सुरक्षित जगह'

ममता ने यह भी कहा, हमारे प्रशासन ने पिछले कुछ दिनों में भारी बारिश के बाद कलिम्पोंग, दार्जिलिंग और जलपाईगुड़ी जिलों में लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के प्रयास किए हैं. उन्होंने कहा, कालिम्पोंग, दार्जिलिंग और जलपाईगुड़ी जिलों में लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए सभी कदम उठाए गए हैं. राज्य के वरिष्ठ मंत्रियों और वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों को बचाव और राहत कार्यों की निगरानी के लिए उत्तर बंगाल भेजा गया है. कड़ी निगरानी रखी जा रही है. सुनिश्चित करें कि इस गंभीर आपदा में किसी की जान न जाए.

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'मेली के आसपास बाढ़ की स्थिति नहीं'

अधिकारियों ने बताया कि दिन की शुरुआत में उत्तरी सिक्किम में ल्होनक झील के ऊपर बादल फटने से तीस्ता नदी में अचानक बाढ़ आ गई, जिससे तीन लोगों की मौत हो गई और 23 सैन्यकर्मी बह गए. केंद्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) के अनुसार, मेल्ली स्टेशन पर जलस्तर 214.63 मीटर है, जबकि खतरे का स्तर 224 मीटर है. सीडब्ल्यूसी ने कहा, बाढ़ की प्रवृत्ति बढ़ रही है. जल स्तर डेंजर लेबल से नीचे है. चुंगथांग बांध से पानी छोड़े जाने के कारण पानी का स्तर 15-20 फीट तक अचानक बढ़ गया.

सिंगताम स्टेशन पर वर्तमान जल स्तर 351.31 मीटर है. जबकि खतरे का स्तर 355.09 मीटर है. सीडब्ल्यूसी ने कहा, जल स्तर चेतावनी स्तर से नीचे है. इसलिए, सिंगताम के आसपास बाढ़ की कोई स्थिति नहीं है. फिलहाल, इस स्थान के लिए बाढ़ का कोई पूर्वानुमान उपलब्ध नहीं है. रोथक स्टेशन पर वर्तमान जल स्तर 360.06 मीटर है, जबकि खतरे का स्तर 364.98 मीटर है.

अब तक क्या हुआ...

दरअसल, सिक्किम के मंगन जिले की लोनाक झील के कुछ हिस्सों में ग्लेशियल लेक आउटबर्स्ट फ्लड के कारण तीस्ता नदी के निचले हिस्से में बहुत तेजी से जल स्तर में वृद्धि हुई. मंगन, गंगटोक, पाकयोंग और नामची जिलों में बड़ा नुकसान पहुंचा है. उत्तरी सिक्किम में ल्होनक झील के कुछ हिस्सों में झील के फटने से पानी का स्तर लगभग 15 मीटर/सेकंड के उच्च वेग के साथ बढ़ गया. सुबह 6 बजे मेली साइट को 227 मीटर तक पार कर गया, जो खतरे के स्तर से करीब 3 मीटर ऊपर था. केंद्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) के अनुसार, बाढ़ 3 अक्टूबर, 2023 की आधी रात को आई. 4 अक्टूबर को करीब एक बजे चुनथांग से तीस्ता नदी में बड़ी बाढ़ की सूचना मिली. दोपहर 2:30 बजे तक बाढ़ शेष जिलों के निचले इलाकों तक पहुंच गई, जिससे सार्वजनिक संपत्तियों और सार्वजनिक बुनियादी ढांचे को बड़ा नुकसान हुआ. चुंगथांग और उसके आसपास के मंगन जिले के अंतर्गत संचार नेटवर्क प्रभावित हुआ है. प्रशासन तुरंत एक्शन में आया और निचले इलाकों से लोगों को निकालने का काम शुरू किया. राज्य होम गार्ड और नागरिक सुरक्षा, गंगटोक और एनडीआरएफ टीम को प्रभावित क्षेत्रों में तैनात किया गया है.

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अब तक नुकसान की यह सूचना मिली

मंगन जिला: टूंग ब्रिज ढहने के कारण चुंगथांग का संपर्क टूट गया. फिदांग पुल ढह गया. फिदांग में चार पक्के मकान बह गए. डिक्चू में दो घर बह गए. जीआरईएफ सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, नदी के किनारे के घर खतरे में हैं और संगखालंग में दो जीआरईएफ मजदूरों के लापता होने और फिदांग से एक व्यक्ति के लापता होने की सूचना है. टूंग में जीआरईएफ क्रशर प्लांट और पुराना पुलिस बैरक बह गया है और चार लोगों के लापता होने की सूचना है. संगखालंग में फॉरेस्ट गेस्ट हाउस और सरकारी क्वार्टर की दो यूनिट बह गईं.
गंगटोक: चार घायलों को सिंगटम अस्पताल ले जाया गया है. SDRF द्वारा 25 लोगों को बचाया गया है. अन्य लोगों का रेस्क्यू जारी है.
नामची जिला: एलडी काजी ब्रिज बह गया. इंद्रेनी पुल बह गया. नामफिंग साईं मंदिर में एक राहत शिविर स्थापित किया गया. अब तक 500 लोगों को राहत शिविरों में रखा गया है. प्रणामी मंदिर में स्थायी राहत व्यवस्था की गई है.
पाकयोंग जिला: दो को मामूली चोटें आई हैं. एक की मौत हुई है. एक व्यक्ति रंगपो पीएचसी में निगरानी में है. सेना के 23 जवान लापता हैं और बारदांग में एक व्यक्ति को बचा लिया गया है.

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