चक्रवाती तूफान दित्वा को लेकर भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने तमिलनाडु के कड्डालोर जिले के लिए अत्यधिक भारी बारिश की चेतावनी जारी की है. इसे देखते हुए जिला प्रशासन ने पूरी तरह से सतर्कता बरतनी शुरू कर दी है. कड्डालोर के जिला कलेक्टर सिबी अधित्य सेंटिल कुमार ने बताया कि जिले में 22 बेहद संवेदनशील और 39 उच्च संवेदनशील इलाके चिन्हित किए गए हैं, जहां आमतौर पर जलभराव की स्थिति बनती है.
उन्होंने कहा कि इन इलाकों में मोटर समेत जरूरी उपकरण और कर्मचारी पहले से तैनात कर दिए गए हैं, ताकि पानी भरते ही तुरंत निकासी की जा सके. इसके साथ ही 233 राहत शिविर तैयार किए गए हैं, जहां जरूरत पड़ने पर लोगों को सुरक्षित पहुंचाया जा सकेगा और उन्हें भोजन व पानी की सुविधा दी जाएगी.
1.5 लाख लोगों के लिए राहत शिविर तैयार
उन्होंने कहा कि फिलहाल बारिश शुरू नहीं हुई है, इसलिए अभी लोगों को निकाला नहीं गया है, लेकिन सभी राहत केंद्र पूरी तरह तैयार हैं. ये केंद्र करीब 1.5 लाख लोगों को आश्रय देने में सक्षम हैं. जिले के सभी सरकारी अस्पतालों में बैकअप बिजली व्यवस्था, पर्याप्त दवाइयां और तैनात मेडिकल स्टाफ मौजूद है. डॉक्टर 24 घंटे ड्यूटी पर काम कर रहे हैं.
कलेक्टर ने बताया कि अगले दो हफ्तों में प्रसव कराने वाली गर्भवती महिलाओं की सूची भी पहले से तैयार कर ली गई है. जिला कलेक्ट्रेट में 24x7 कंट्रोल रूम सक्रिय है और आम लोगों के लिए हेल्पलाइन नंबर 1077 जारी किया गया है, जिस पर शिकायत मिलते ही तुरंत कार्रवाई की जाएगी.
श्रीलंका में तबाही, भारत ने भेजी मदद
दूसरी तरफ, चक्रवाती तूफान दित्वा ने श्रीलंका में भारी तबाही मचाई है. बाढ़ और भूस्खलन के कारण अब तक 80 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और बड़े पैमाने पर जान-माल का नुकसान हुआ है. हालात की गंभीरता को देखते हुए भारत ने ऑपरेशन सागर बंधु के तहत श्रीलंका की मदद शुरू कर दी है. राहत सामग्री की पहली खेप INS विक्रांत और INS उदयगिरी के जरिए श्रीलंका भेजी गई है.