
कानपुर में 8 पुलिसकर्मियों की हत्या करने वाले विकास दुबे के घर पर चला बुलडोजर अब दिल्ली तक पहुंच गया है. उत्तर प्रदेश में बुलडोजर अपराधियों के लिए खौफ का नाम हो गया है. मुख्तार अंसारी, अतीक अहमद जैसे बड़े माफिया हों या फिर अन्य अपराधी, बुलडोजर से बीते डेढ़ साल में लगभग 950 करोड़ की संपत्ति और अवैध कब्जे ध्वस्त कराए गए हैं.
यूपी पुलिस ने माफिया पर दो तरह से बुलडोजर चलाया. एक गैंगस्टर एक्ट के तहत अपराध से जुटाई गई संपत्ति का ध्वस्त कर तो दूसरा सरकारी संपत्तियों और जमीनों पर कब्जा कर किए गए निर्माण का हटाकर. ये सिलसिला 3 जुलाई 2020 को कानपुर के बिकरू गांव में गैंगस्टर विकास दुबे का घर के ध्वस्तीकरण से शुरू हुआ.
डीजीपी मुख्यालय से जारी आंकड़ों के मुताबिक, 30 मार्च 2022 तक यूपी के 25 माफिया की 879.96 करोड़ रुपये की संपत्ति को बुलडोजर से या तो ढहा दिया गया या जब्त कर लिया गया. इनके अलावा 8 छोटे माफिया की 42.33 करोड़ रुपये की संपत्ति का जब्तीकरण/ध्वस्तीकरण किया गया.
मुख्तार अंसारी के अवैध साम्राज्य पर बुलडोजर
यूपी में सबसे ज्यादा बुलडोजर मुख्तार अंसारी और उसकी गैंग की संपत्तियों पर चला. मुख्तार और उससे जुड़े लोगों की करीब 393 करोड़ की संपत्ति पर बुलडोजर चला. ये कार्रवाई गैंगस्टर एक्ट के तहत हुई.


ये भी पढ़ें-- बिकरू से जहांगीरपुरी... कैसे यूपी से वाया MP अब दिल्ली पहुंचा बुलडोजर
बड़े माफिया के साथ-साथ यूपी में भू माफिया, वन माफिया, खनन माफिया शराब माफिया पर भी कार्रवाई की गई. अंबेडकर नगर के अजय सिपाही की 3 करोड़ 56 लाख के संपत्ति, दिलीप मिश्रा की 32 करोड़ की संपत्ति, बच्चा पासी की 1.5 करोड़ की संपत्ति राजेश यादव की 1.5 करोड़ की संपत्ति और रमेश सिंह उर्फ काका की 3 करोड़ 70 लाख की संपत्ति जब्तकर बुलडोजर चला है.
यूपी में चुनाव हुए तो विपक्ष ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बुलडोजर बाबा कह दिया. योगी ने इसे लपक लिया और बुलडोजर बीजेपी की राज्य में चुनावी कैंपेन का अहम हिस्सा बन गया. चुनाव नतीजों ने बता दिया कि जनता को बुलडोजर राज पसंद है. फिर क्या था बीजेपी की दूसरे राज्यों में मौजूद सरकारों ने भी ये नुस्खा आजमाना शुरू कर दिया. इनमें सबसे आगे निकाला शिवराज सिंह चौहान का मध्य प्रदेश. शिवराज के राज में बुलडोजर चल ही रहा था लेकिन यूपी चुनाव नतीजों के बाद उसने स्पीड पकड़ ली. एमपी के 13 जिलों में बुलडोजर माफिया, अपराधियों में दहशत पैदा कर चुका है. हर जगह प्रशासन ने वजह एक ही बताई. निर्माण या तो सरकारी जमीन पर था या बिना मंजूरी के बनाया गया था.
1. सतना
5 अप्रैल को विपिन जायसवाल के 3200 वर्ग फीट के मकान पर बुलडोजर चलाया गया. प्रशासन ने बताया कि ये सरकारी जमीन पर बना है. जायसवाल पर हत्या और हत्या की कोशिश जैसे 23 मामले दर्ज हैं.
2. धार
26 दिसंबर 2021 को पीतमपुर में कारोबारी हेमंत के 1100 वर्ग फीट पर बने व्यावसायिक प्रतिष्ठान को ढहाया गया. हेमंत के खिलाफ 9 केस पेंडिंग हैं.
-16 दिसंबर 2021 को धामनोद पुलिस थाने के अंतर्गत प्रधान सीगलिकर के तीन मंजिला मकान को ढहा दिया गया. प्रधान पर आर्म्स एक्ट के तहत 16 केस दर्ज हैं.
-नालचा में 1 अप्रैल को अनिल आर्या का घर तोड़ दिया गया. आर्या पर 31 मार्च को हत्या की कोशिश का केस दर्ज हुआ था. उस पर 15 क्रिमिनल केस दर्ज हैं.
- मकरवाड़ी में योगेंद्र भिलाला के घर पर 16 अगस्त 2021 को बुलडोजर चला. घर से अवैध शराब बनाने में इस्तेमाल होने वालीं मशीनें मिली थीं.
- 23 दिसंबर को मनावर में खल खान पर दंगा कराने समेत कई धाराओं में केस दर्ज किया गया. दो दिन बाद उसका तीन मंजिला मकान ढहा दिया गया.
3. सागर
-2 सितंबर 2021 को रोहित राजपूत ने एक लड़की की गोली मारकर हत्या कर दी. तीन घंटे में उसका घर तोड़ दिया गया.
- 20 सितंबर को नर्यावली में राहुल यादव को जलाकर मार डालने के आरोपियों के घर पर बुलडोजर चला. प्रशासन ने कहा कि जो मकान ढहाया गया, उससे बनाने से पहले ग्राम पंचायत से अनुमति नहीं ली गई थी.
- 10 अप्रैल को एक होटल के मालिक रिंकू ठाकुर का गडाकोटा में बना होटल ढहा दिया गया. ठाकुर पर एक कारोबारी को चाकू से मारने का आरोप था.
- 12 अप्रैल को सचिन ठाकुर ने फेसबुक पर एमपी के मंत्री गोपाल भार्गव पर कमेंट किया. 24 घंटे के अंदर उसका घर ढहा दिया गया.
4. श्योपुर
- 20 मार्च को आदिवासी लड़की से गैंगरेप करने के तीन आरोपियों के घर बुलडोजर चला.
5. मंडला
- 3 अप्रैल को नरसिंहपुर में शादी के लिए जबरन धर्म परिवर्तन के मामले में केस दर्ज होने के बाद इरफान कुरैशी की दुकान को तोड़ दिया गया.
6. मंदसौर
- 27 से 30 जुलाई के बीच प्रशासन ने जहरीली शराब परोसने के आरोप में 13 ढाबों को ढहा दिया.
-23 नवंबर को अमजद लाला नाम के शख्स ने सीता मऊ पुलिस थाने के SHO अमित सोनी पर गोली चलाई. थोड़े दिन बाद उसका घर ढहा दिया गया.
7. इंदौर
- 1 दिसंबर 2021 से 10 अप्रैल 2022 के बीच 135 घर और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों पर बुलडोजर चला. इनमें से 20 संपत्तियां ऐसे लोगों की थी, जिन पर हत्या, डकैती और रेप जैसे मुकदमे दर्ज थे. वहीं, 10 ड्रग और राशन माफियाओं से जुड़े थे.
8. गुना
- मार्च में कश्मीरा जाट का घर तोड़ा गया. जाट पूर्व सरपंच हैं और उन पर कई केस दर्ज हैं.
- 20 अप्रैल को संतोष नाम के अपराधी के घर पर बुलडोजर चला. संतोष पर 54 आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं.
- इमझरा गांव में इसी साल 21 अप्रैल को शिवलाला कोरी के घर को ढहाया गया. कोरी पर 14 केस दर्ज हैं.
- फरवरी में गुना मंडी में बना धरम स्वरूप लोढा का घर ढहा दिया गया. लोढा पर 12 केस दर्ज हैं.
- युवराज पादरी के घर को भी बुलडोजर से तोड़ दिया. पादरी कई गंभीर मामलों में वॉन्टेड है.
9. नर्मदा पुरम (होशंगाबाद)
- 20 अप्रैल को ईदगाह इलाके में दो घर और दो दुकानों को बुलडोजर चलाकर तोड़ दिया गया. घर के मालिकों पर जहरीली शराब के धंधे में शामिल होने का आरोप था. 16 अप्रैल को रसोलिया में रईस नाम के शख्स की दुकान तोड़ दी गई. रईस पर एक महिला के साथ छेड़छाड़ करने का आरोप था.
10. हरदा
- सेक्स रैकेट चलाने का आरोप लगने के बाद गजेंद्र सिंह राजपूत के घर और होटल पर 4 अप्रैल को बुलडोजर चला.
- 7 अप्रैल को भाटपुरा इलाके में बना फारूख का घर ढहा दिया गया. फारूख जिले से फरार है. 7 अप्रैल को ही फरार अजय यादव का ढाबा बुलडोजर से ढहा दिया गया.
11. भोपाल
जुलाई में पत्रकार प्यारे मियां की पुराने शहर में बनी बिल्डिंग पर बुलडोजर चला. उसके दो घर और दो व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को भी ढहा दिया गया. प्यारे मियां नाबालिग लड़कियों के तस्करी में शामिल था.
12. बड़वानी
- 10 अप्रैल को राम नवमी के दिन हुई हिंसा के बाद बड़वानी में 13 घरों पर बुलडोजर चला. ये सभी घर मुस्लिमों के थे.
13. खरगोन
- राम नवमी पर हुई हिंसा के बाद 55 घरों और दुकानों पर बुलडोजर चला. इनमें से 13 संपत्तियां हिंदुओं और 42 मुस्लिमों की थी.
