सेना के एक सूत्र ने शनिवार को जानकारी दी कि असम राइफल्स की एक टीम और अलगाववादी संगठन एनएससीएन (आईएम) कैडर के एक समूह के बीच नगालैंड के इंटंकी नेशनल पार्क में मामूली भिडंत हुई. उन्होंने कहा कि शुक्रवार शाम को हुई यह मुठभेड़ करीब 40 मिनट तक चली.
दरअसल, कई असम राइफल्स की टीमें गणतंत्र दिवस समारोह के उपलक्ष्य में 72 से 96 घंटे तक की अवधि के लिए गश्त के लिए बाहर थीं. ऐसा ही एक पेट्रोलिंग दल ने सौंपे गए कार्य को पूरा कर लौटते समय शुक्रवार की शाम करीब चार बजे इंटांकी नेशनल पार्क में आराम किया.
उन्होंने बताया, "इस ब्रेक के दौरान, गश्ती दल ने एनएससीएन (आईएम) के कैडर को उसी मार्ग पर चलते देखा और तभी दोनों दलों के बीच मामूली भिडंत हुई. युद्धविराम समझौते के अनुसार, असम राइफल्स के गश्ती दल के नेता ने "अपने सैनिकों को हटाने का फैसला किया और यह सुनिश्चित किया कि मामला आगे न बढ़े". घटना के एक कथित वीडियो में दोनों पक्षों के बीच एक चर्चा दिखाई गई जिसमें अर्धसैनिक बल के जवानों ने दावा किया कि वे रास्ता भटक गए थे. हालांकि, वीडियो की प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं की जा सकी है.
विशेष रूप से, नागा राजनीतिक मुद्दों को संबोधित करने के "म्यूचली एक्सेप्टेल" तरीके पर पहुंचने के लिए 2015 में केंद्र और नेशनलिस्ट सोशलिस्ट काउंसिल ऑफ नगालिम (इसाक-मुइवा) के बीच एक फ्रेमवर्क एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर किए गए थे. दशकों के विद्रोह के बाद 1997 में युद्धविराम समझौते पर मुहर लगने के बाद से 80 से अधिक दौर की बातचीत के बाद फ्रेमवर्क एग्रीमेंट हुआ, जो 1947 में आजादी के तुरंत बाद नागालैंड में शुरू हुआ था. हालांकि, अंतिम समाधान अभी तक सामने नहीं आया है.