scorecardresearch
 

गुरु तेग बहादुर की शहीदी शताब्दी पर श्रीनगर में नगर कीर्तन का आयोजन, केजरीवाल भी हुए शामिल

श्री गुरु तेग बहादुर जी की 350वीं शहीदी शताब्दी के पावन अवसर पर अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मैं विश्वभर के सभी श्रद्धालुओं को 23 से 25 नवंबर तक श्री आनंदपुर साहिब आने का विनम्र आमंत्रण देता हूं. आपकी उपस्थिति गुरु साहिब जी के संदेश सत्य, स्वतंत्रता और मानव-धर्म को और दूर तक फैलाने की शक्ति देगी.

Advertisement
X
श्री गुरु तेग बहादुर 350वीं शहीदी शताब्दी पर आयोजित नगर कीर्तन में शामिल हुए केजरीवाल (Photo: Twitter)
श्री गुरु तेग बहादुर 350वीं शहीदी शताब्दी पर आयोजित नगर कीर्तन में शामिल हुए केजरीवाल (Photo: Twitter)

श्री गुरु तेग बहादुर साहिब की 350वीं शहीदी शताब्दी के अवसर पर पंजाब सरकार द्वारा श्रीनगर में आयोजित नगर कीर्तन कार्यक्रम में आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल शामिल हुए. इस दौरान अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने नगर कीर्तन जत्थे को श्रीनगर से आनंदपुर साहिब के लिए रवाना किया. 

यह जत्था 22 नवंबर को आनंदपुर पहुंचेगा, जहां पंजाब सरकार द्वारा श्री गुरु तेग बहादुर साहिब के शहीदी दिवस के अवसर पर कई भव्य कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. इस नगर कीर्तन में जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला भी शामिल हुए और मत्था टेककर गुरु साहिब जी से आशीर्वाद लिया.

अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आज इस इतने पवित्र स्थान पर आने का अवसर प्राप्त हुआ. इस यात्रा में शामिल होने का मुझे सौभाग्य मिला है. इसके लिए मैं खुद को बहुत भाग्यशाली समझता हूं. श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी की मानवता की रक्षा, त्याग और बलिदान की अमर कहानी अगली पीढ़ियों तक पहुंचना हमारी जिम्मेदारी है. हर किसी को श्री गुरु तेग बहादुर के अद्वितीय साहस, निडरता और मानवता के संदेश को अपने जीवन में आत्मसात करना चाहिए.

---- समाप्त ----
Live TV

Advertisement

अरविंद केजरीवाल ने सोशल मीडिया पोस्ट कर कहा कि श्री गुरु तेग बहादुर जी की 350वीं शहीदी शताब्दी के अवसर पर गुरुद्वारा साहिब छठी पातशाही, श्रीनगर में हुए पावन नगर कीर्तन में शामिल होना मेरे लिए सौभाग्य और एक आध्यात्मिक अनुभव रहा. अब हमारा कर्तव्य है कि गुरु साहिब जी की मानवता की रक्षा, त्याग और बलिदान की अमर कहानी आने वाली पीढ़ियों तक पहुंचे ताकि हर बच्चा श्री गुरु तेग बहादुर जी के अद्वितीय साहस, निडरता और मानवता के संदेश को जान सके और उसे अपने जीवन में आत्मसात कर सके.

Advertisement
Advertisement