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आजतक इम्पैक्टः सोनू सूद की पहल पर केरल के वायनाड में लगेगा मोबाइल टावर, टीम ने किया निरीक्षण

सोनू सूद ने ट्वीट कर कहा था कि इलाके में टावर लगवाने के लिए एक टीम जल्द ही वायनाड का दौरा करेगी. शुक्रवार को एक पांच सदस्यीय टीम वायनाड पहुंची जिसमें मोबाइल सेवा प्रदाता कंपनी वोडाफोन-आइडिया के प्रतिनिधि और टावर लगाने वाली कंपनी के प्रतिनिधि भी शामिल थे.

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सोनू सूद की पहल पर पहुंची टीम ने किया निरीक्षण
सोनू सूद की पहल पर पहुंची टीम ने किया निरीक्षण
स्टोरी हाइलाइट्स
  • वायनाड पहुंच 5 सदस्यीय टीम ने किया निरीक्षण
  • सोनू सूद ने भी तस्वीरें ट्वीट कर दी जानकारी

कोरोना काल में जीने का तरीका बदल रहा है. पढ़ाई से लेकर कामकाज तक, इंटरनेट पर निर्भरता बढ़ी है. स्कूल-कॉलेज बंद हैं तो बच्चों की पढ़ाई के लिए क्लासेज भी ऑनलाइन चल रही हैं. ऐसे समय में भी देश के कई ऐसे इलाके हैं जहां नेटवर्क की समस्या के कारण पढ़ाई बाधित हो रही है.

आजतक ने केरल के वायनाड के पनवेल इलाके में नेटवर्क की समस्या के कारण बच्चों की पढ़ाई में हो रही इसी तरह की दिक्कत को लेकर खबर की थी जिसके बाद सोनू सूद ने उस इलाके में मोबाइल टावर लगवाने का ऐलान किया था.

सोनू सूद ने ट्वीट कर कहा था कि इलाके में टावर लगवाने के लिए एक टीम जल्द ही वायनाड का दौरा करेगी. शुक्रवार को एक पांच सदस्यीय टीम वायनाड पहुंची जिसमें मोबाइल सेवा प्रदाता कंपनी वोडाफोन-आइडिया के प्रतिनिधि और टावर लगाने वाली कंपनी के प्रतिनिधि भी शामिल थे. इस टीम ने ब्रिज, पहाड़ी पर बने अस्थायी शेड का भी निरीक्षण किया जहां बच्चे ऑनलाइन क्लास अटेंड करने के लिए जाते हैं.


आवासीय इलाकों का भी दौरा

इस टीम ने आसपास के आवासीय इलाकों का भी दौरा किया और नेटवर्क कवरेज का मूल्यांकन किया. पनवेल के निवासी मिदुन ने आजतक को बताया कि एक टीम शुक्रवार की दोपहर में आई थी और हमारे गांव के अधिकतर महत्वपूर्ण इलाकों का दौरा किया. उन्होंने बताया कि इस टीम के प्रतिनिधियों ने भी यह माना कि इलाके में नेटवर्क कवरेज की गंभीर समस्या है. टीम में शामिल प्रतिनिधियों ने आश्वस्त किया है कि वे यहां के लोगों की अधिकतम सहायता करेंगे.

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इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की कमी चुनौती

सूत्रों की मानें तो इलाके में सबसे करीबी टावर करीब 900 मीटर से एक किलोमीटर की रेंज में है. इस संबंध में एक अधिकारी ने बताया कि ये इलाका पहाड़ी के जिस तरफ है, उसके दूसरी तरफ टावर है. इसलिए इस इलाके में नेटवर्क की कनेक्टिविटी नहीं मिल पाती. आबादी और संभावित उपभोक्ताओं की संख्या के आधार पर कंपनियां कवरेज बढ़ाने के लिए कदम उठा सकती हैं. पांच सदस्यीय टीम की गतिविधियों से परिचित अधिकारी ने बताया कि चीनी कंपनियों से आने वाले इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की कमी भी चुनौती बन गई है.

सोनू सूद ने ट्वीट कीं तस्वीरें 

सोनू सूद ने ट्वीट कर कहा था कि केरल में मोबाइल टावर लगाने के लिए निरीक्षण की प्रक्रिया शुरू हो गई है. कोई भी छात्र अपनी ऑनलाइन क्लास मिस नहीं करेगा. सोनू सूद ने अपनी इस पोस्ट के साथ ही निरीक्षण करने गई टीम की कुछ तस्वीरें भी पोस्ट की हैं. गौरतलब है कि आजतक ने इस इलाके में नेटवर्क की समस्या और इसकी वजह से छात्रों के सामने ऑनलाइन क्लासेज अटेंड करने में आ रही समस्याओं को लेकर खबर प्रकाशित की थी.

इस खबर के बाद सोनू सूद ने इलाके में टावर लगवाने का ऐलान किया था. सोनू सूद ने अपने दोस्त करन गिलहोत्रा के साथ ऑनलाइन क्लास से जुड़ी समस्याओं के समाधान को लेकर सक्रिय हैं. सूद फाउंडेशन ने इस तरह की समस्याओं के समाधान के लिए महाराष्ट्र के साथ ही देश के अन्य इलाकों में भी टावर लगवाए हैं.

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