दिल्ली पुलिस ने फेक एफआईआर और वाहनों को नष्ट कर इंश्योरेंस का क्लेम करने वाले 53 साल के शख्स को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने बुधवार को बताया कि आरोपी की पहचान नजफगढ़ के रहने वाले राजबीर के रूप में हुई है.
पुलिस के मुताबिक, नजफगढ़ के रहने वाले राजबीर ने वाहनों की चोरी के फर्जी मामले दर्ज कर उन्हें नष्ट कर दिया और इंश्योरेंस क्लेम हासिल कर लिया. उसे नजफगढ़ से ही गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने कहा कि ऐसे नौ वाहनों की पहचान की गई है, जिनके लिए आरोपियों ने बीमा दावा हासिल करने के लिए झूठी एफआईआर दर्ज की गई थी.
पुलिस के अनुसार, आरोपी शख्स के वाहन चोरी की झूठी एफआईआर दर्ज कराकर बीमा क्लेम लेने या वाहनों को नष्ट करने में शामिल होने की गुप्त सूचना मिली थी. डीसीपी क्राइम रवींद्र सिंह यादव ने कहा कि एक जाल बिछाया गया और राजबीर को नजफगढ़ के प्रेम नगर से गिरफ्तार किया गया.
एक साल मियाद वाली गाड़ी खरीदता था आरोपी
राजबीर ने पूछताछ में बताया कि वह लगभग एक साल की बची हुई उम्र में पुराने वाहन खरीदता था. अधिकारी ने कहा कि उसने इन वाहनों को ठीक से पेंट करवाया और फिर उनका लगभग 4 से 5 लाख रुपये की कीमत का बीमा कराया.
फेक एफआईआर दर्ज कराता था शख्स
इसके बाद या तो वह वाहन चोरी की फेक एफआईआर दर्ज करवाता था या उन्हें नष्ट करता थात जिसके बाद वह बीमा कंपनी पर इंश्योरेंस क्लेम करता था. पुलिस ने बताया कि इस तरीके से उसने करीब 10 कारों के दावे हासिल किए थे.
पुराने वाहन कैब कंपनियों को देता था
पहले वह पुराने वाहन खरीदता था और किराये के आधार पर कैब एग्रीगेटर्स को देता था. पुलिस ने कहा कि वह अच्छी कमाई कर रहा था और समय बीतने के साथ उसे इस क्षेत्र का अच्छा ज्ञान हो गया था. वह फर्जी तरीके से बीमा कंपनियों को नुकसान पहुंचा रहा था. उसे गिरफ्तार कर लिया गया है.