scorecardresearch
 

CJI गवई पर जूता उछालने वाले वकील पर अरविंद केजरीवाल ने की सख्त कार्रवाई की मांग

दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने CJI गवई के खिलाफ जूता फेंकने की घटना पर कड़ी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि न्यायपालिका की स्वतंत्रता को खतरा है और जूता फेंकने वाले और धमकाने वाले लोगों को उदाहरणा बनाने वाली सजा मिलनी चाहिए.

Advertisement
X
सुप्रीम कोर्ट में राकेश किशोर नाम के वकील ने सीजेआई की तरफ जूता उछाला था. (File Photo)
सुप्रीम कोर्ट में राकेश किशोर नाम के वकील ने सीजेआई की तरफ जूता उछाला था. (File Photo)

आम आदमी पार्टी के प्रमुख और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश (CJI) बीआर गवई की तरफ जूता फेंकने की घटना पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है. केजरीवाल ने कहा कि इस मामले में कार्रवाई न होने से न्यायपालिका की स्वतंत्रता और प्रभावशीलता पर खतरा पैदा होगा.

केजरीवाल ने बताया कि जस्टिस गवई ने जूता फेंकने वाले व्यक्ति के खिलाफ कोई कार्रवाई न करने का निर्णय लिया, जो उनकी महानता को दर्शाता है. हालांकि, इस पूरी घटना ने न्यायपालिका के लिए एक चेतावनी संदेश भी भेजा है. केजरीवाल ने सवाल उठाया कि अगर CJI के साथ ऐसा हो सकता है, तो अन्य न्यायाधीश सुरक्षित हैं या नहीं.

यह भी पढ़ें: सुप्रीम कोर्ट में माइक म्यूट कर जजों ने की बात, CJI गवई बोले- आजकल क्लाइंट बहुत नाराज हो जाते हैं...

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस तरह से जस्टिस गवई का सोशल मीडिया पर उनके समर्थकों द्वारा मजाक उड़ाया जा रहा है और धमकियां दी जा रही हैं, यह पूरी तरह से सुनियोजित प्रयास लगता है. इसका उद्देश्य पूरी न्यायपालिका को दबाव में लाना और उन्हें डराना है. केजरीवाल ने न्यायपालिका से अपील की कि ऐसे हूलिगन्स के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए.

Advertisement

जूता फेंकने वाले पर सख्त कार्रवाई की मांग

अरविंद केजरीवाल ने जोर देते हुए कहा कि जूता फेंकने वाले व्यक्ति और उन सभी लोगों को, जो CJI को धमकी और अपमानित कर रहे हैं, उदाहरण बनाने के लिए सजा मिलनी चाहिए. ऐसा होना इसलिए जरूरी है ताकि भविष्य में कोई भी न्यायपालिका के साथ खिलवाड़ करने की हिम्मत न करे.

यह भी पढ़ें: 'चीफ जस्टिस पर हमले से हर भारतीय नाराज...', पीएम मोदी ने CJI गवई से की बात

आगे ऐसी कोशिशों को रोकने के लिए कार्रवाई जरूरी

अरविंद केजरीवाल का यह भी कहना है कि न्यायपालिका की स्वतंत्रता और उसकी प्रभावशीलता बनाए रखना देश की न्याय व्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण है. उन्होंने न्यायपालिका से आग्रह किया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत कार्रवाई की जाए और ऐसे प्रयासों को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाएं.

---- समाप्त ----
Live TV

Advertisement
Advertisement