ऐसा कहा जाता है कि सुबह-सुबह नींबू पानी और लहसुन खाना सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है, खासकर कोलेस्ट्रॉल के मामले में. सोशल मीडिया पर भी इसे लेकर तरह–तरह के दावे किए जाते हैं. लेकिन क्या सच में ऐसा होता है. अपोलो हॉस्पिटल के न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. सुधीर कुमार ने हाल ही में X पर एक वीडियो पोस्ट किया था जिसमें वे कहते हैं कि घरेलू नुस्खें उतने असरदार नहीं होते जितना लोग मानते हैं. उनका कहना है कि अगर आप बैड कोलेस्ट्रॉल (LDL) को कम करने के लिए सिर्फ किचन वाले नुस्खों पर भरोसा कर रहे हैं तो यह आपके हार्ट हेल्थ के लिए सही नहीं है.
डॉ. कुमार कहते हैं कि नींबू पानी और लहसुन में ऐसा कोई वैज्ञानिक गुण नहीं है जो बैड कोलेस्ट्रॉल (LDL) को सच में कम कर सके. यह गलतफहमी इसलिए चली आ रही है क्योंकि ये उपाय सुनने में आसान और नेचुरल लगते हैं लेकिन असल में काम नहीं करते. वे लोगों को चेतावनी देते हुए कहते हैं कि दिल की सेहत के साथ एक्सपेरिमेंट न करें और ऐसे तरीकों को अपनाएं जो रिसर्च और मेडिकल साइंस में साबित हो.
बैड कोलेस्ट्रॉल कम करने का सही तरीका क्या है?
डॉ. कुमार बताते हैं कि असली फर्क घरेलू जुगाड़ से नहीं, बल्कि खाने-पीने और लाइफस्टाइल बदलने से आता है. अगर आप सैचुरेटेड फैट (अनहेल्दी फैट), तले हुए खाने और ज्यादा मैदे वाली चीजों को कम कर दें और अपनी डाइट में फल, सब्जियां और साबुत अनाज जैसे फाइबर वाली चीजें बढ़ा दें तो बैड कोलेस्ट्रॉल धीरे-धीरे कम होने लगता है.
वे यह भी कहते हैं कि हफ्ते में कम से कम 150 मिनट की मॉडरेट एक्सरसाइज करना बहुत जरूरी है. इसके लिए साइकलिंग और वॉकिंग या अपनी पसंद की कोई फिजिकल एक्टिविटी कर सकते हैं. अगर इन सबके बाद भी आपका बैड कोलेस्ट्रॉल कम नहीं हो रहा तो सीधा डॉक्टर से कॉन्टेक्ट करें.
रिसर्च क्या कहता है?
स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी की एक स्टडी के अनुसार लहसुन चाहे कच्चा खाया जाए या सप्लीमेंट के तौर पर लिया जाए बैड कोलेस्ट्रॉल (LDL) को कम करने में मदद नहीं करता. लहसुन बैड कोलेस्ट्रॉल कम करने में मदद करता है या नहीं.. इसे देखने के लिए 192 लोगों पर रिसर्च की गई थी, जिनका LDL लगभग 140 mg/dl था.
इन्हें लोगों को चार ग्रुप में बांटा गया था, पहला ग्रुप कच्चा लहसुन खाने वाले, दूसरा गार्लिक सप्लीमेंट लेने वाले, तीसरा पाउडर गार्लिक लेने वाले और आखिरी ग्रुप में प्लेसिबो वाले लोग शामिल थे. सभी को लगभग एक कली लहसुन के बराबर मात्रा रोज हफ्ते में छह दिन, छह महीने तक खाने को दी गई.
सीनियर रिसर्चर क्रिस्टोफर गार्डनर के मुताबिक, इसके नतीजे बिल्कुल साफ थे. हर महीने किए गए कोलेस्ट्रॉल टेस्ट में किसी भी ग्रुप में कोई खास बदलाव नहीं दिखा. वे कहते हैं कि अगर लहसुन वाकई मददगार होता तो रिसर्च में इसका पता चल जाता.
हालांकि लैब में किए गए प्रयोगों में सामने आया था कि लहसुन में मौजूद कंपाउंड एलिसिन कोलेस्ट्रॉल पर असर डाल सकता है. लेकिन इंसान के शरीर में यह असर भरोसेमंद तरीके से दिखाई नहीं देता. इसलिए ऐसा मानना है कि लहसुन कोलेस्ट्रॉल पर असर डालता है, यह बिल्कुल गलत है.