नारे लगाते हुए कुछ नकाबपोश लोगों का एक वीडियो शेयर करते हुए कुछ सोशल मीडिया यूजर कह रहे हैं कि मैनचेस्टर, इंग्लैंड में मुस्लिमों ने रैली निकालकर ऑस्ट्रेलिया के बॉन्डी बीच पर हुए हमले का जश्न मनाया.
वीडियो किसी रेलवे स्टेशन का लग रहा है. रैली में शामिल एक युवक फिलिस्तीन का झंडा लहरा रहा है. रेलवे ट्रैक पर चल रहे कुछ लोगों ने एक बैनर भी पकड़ रखा है.
एक फेसबुक यूजर ने इस वीडियो को पोस्ट करते हुए लिखा, "सिडनी में हुए आतंकी हमले के बाद मैनचेस्टर में फिलिस्तीन समर्थक जश्न मनाते हुए यह कौम राक्षस से भी ज्यादा खतरनाक है ..? विश्व शांति के लिए इस क़ौम का क्या किया जाए. फिर DNA इनका एक ही है तो भारत में इनसे देशभक्ति की उम्मीद कैसे होगी."

वीडियो पर प्रतिक्रिया देते हुए बहुत सारे लोग एक समुदाय विशेष को बुरा-भला कह रहे हैं.
आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि ये वीडियो हाल-फिलहाल का नहीं है. ये कम से कम जून 2025 से इंटरनेट पर मौजूद है. जाहिर है, इसका ऑस्ट्रेलिया के बॉन्डी बीच में लोगों पर हुए हमले से कोई संबंध नहीं है.
कैसे पता लगाई सच्चाई?
वायरल वीडियो के कीफ्रेम्स को रिवर्स सर्च करने से हमें पता लगा कि इसे एक एक्स यूजर ने इसी साल 9 जून को पोस्ट किया था. ये पोस्ट एक एक्स थ्रेड का हिस्सा है जिसके शुरुआती हिस्से में लिखा है कि ये घटना 8 जून को मैनचेस्टर में हुई थी.
इस जानकारी के आधार पर सर्च करने से हमें पता लगा कि मिडिल ईस्ट मॉनिटर नाम के संस्थान ने 10 जून को वायरल वीडियो से मिलता-जुलता एक वीडियो फेसबुक पर पोस्ट किया था. इसमें कई सारे लोगों को फिलिस्तीन के झंडे लेकर नारे लगाते हुए देखा जा सकता है. कैप्शन के मुताबिक, ये मैनचेस्टर, यूके के पिकैडिली रेलवे स्टेशन का है.
जून 2025 में कई सारे लोगों ने वायरल वीडियो से मिलते-जुलते वीडियो पोस्ट किए थे और लिखा था कि इस रैली का मकसद फिलिस्तीन के लोगों का समर्थन करना था.
साफ है, फिलिस्तीन के लोगों के समर्थन में जून में हुई एक रैली का वीडियो अब ऑस्ट्रेलिया में हुए हालिया आतंकी हमले के संदर्भ में शेयर हो रहा है.