जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में 4 मई को ऐयरफोर्स के काफिले पर आतंकी हमले में एक जवान शहीद हो गया और 4 जवान घायल हो गए. इस घटना के बाद पूरे जम्मू-कश्मीर में सेना और पुलिस ने तलाशी अभियान शुरू कर दिया था. इस आतंकी घटना के कुछ ही दिन बाद 7 मई को कुलगाम इलाके में तलाशी के दौरान सेना और आतंकियों में मुठभेड़ शुरू हो गई. इस मुठभेड़ में सेना ने लश्कर-ए-तैयबा के कमांडर बासित अहमद डार सहित कुल दो अतंकियों को मार गिराया.
अब सोशल मीडिया पर आग में बुरी तरह से झुलसी हुई लाश की एक फोटो वायरल हो रही है. सोशल मीडिया पर कई लोग इस फोटो को हालिया मुठभेड़ में मारे गए आतंकी बासित डार का बता रहे हैं. फोटो को शेयर करते हुए एक एक्स यूजर ने लिखा, “यह लाश है 10 लाख के इनामी कमांडर बासित डार की. जिसने 3 दिन पहले कश्मीर में एयरफोर्स की गाड़ी पर हमला किया था जिसमे हमारा एक वीर जवान शहीद हो गया था!! हर जेहादी आतंकी का अब यही हाल किया जायेगा, अब सोनिया का राज नहीं है जो जेल में बिरयानी मिलेगी.” पोस्ट के आर्काइव्ड वर्जन को यहां देखा जा सकता है.

आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि ये वायरल तस्वीर कुलगाम मुठभेड़ में मारे गए आतंकी बासित अहमद डार की नहीं बल्कि एक 'डमी बॉडी' की है जिसे आनलाइन खरीदा जा सकता है.
कैसे पता चली सच्चाई?
वायरल फोटो को रिवर्स सर्च करने पर हमें ये फोटो ‘Dapper Cadaver’ नाम की वेबसाइट पर मिली. वेबसाइट पर फोटो के बारे में दी जानकारी के मुताबिक ये एक इंसान के शरीर जैसी दिखने वाली डमी बॉडी की फोटो है न कि किसी असली इंसान की. वेबसाइट के मुताबिक वायरल फोटो वाली डमी बॉडी का नाम ‘BURN LUTTRA CADAVER BODY’ है और इसे ऑनलाइन भी खरीदा जा सकता है. वेबसाइट पर इस डमी बॉडी की कई और तस्वीरों को भी देखा जा सकता है जो कि वायरल फोटो से मिलती जुलती हैं.

हमनें ‘डैपर कैडेवर’ के बारे में अधिक जानकारी के लिए उनकी वेबसाइट को खंगाला तो हमने पाया कि ये अमेरिका स्थित कंपनी है जो रबर फोम से बने शव बनाती है जिसे हेलोवीन, हॉरर मूवी प्रॉप्स और प्रशिक्षण के समय इस्तेमाल किया जाता है. वेबसाइट में दी जानकारी के मुताबिक कंपनी द्वारा बनाई गईं असली इंसान के जैसे दिखने वाली डमी बॉडीज कई हॉरर और थ्रिलर टीवी शोज में देखी जा चुकी हैं.
हमने कश्मीर स्थित पत्रकार मुफीद हिलाल से वायरल तस्वीर के बारे में बात की. उन्होंने आजतक से इसके फर्जी होने की पुष्टि की और बताया कि आतंकी डार को जिस जगह मारा गया वहां बम धमाकों और भारी गोलाबारी की वजह से मारे गए आतंकियों के परखच्चे उड़ गए थे, जिस वजह से उनके शव बराबद नहीं हो पाए.
साफ है, एक ऑनलाइन बिकने वाले रबर फोम से बने शव को कुलगाम में मारे गए आतंकी बासित अहमद डार का बता कर फर्जी दावा किया जा रहा है.
(रिपोर्ट - आशीष कुमार)