राजस्थान में 10 दिसंबर को प्रवासी राजस्थानी दिवस के आयोजन के बाद से ही खाली पड़ी कुर्सियों का एक वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है. ये वीडियो एक बड़े-से हॉल का है जिसमें जगह-जगह टीवी स्क्रीन लगे हैं और सामने मंच सजा है. इसे शेयर करते हुए ये कहने की कोशिश की जा रही है कि प्रवासी राजस्थानी दिवस का कार्यक्रम पूरी तरह फ्लॉप शो साबित हुआ और इसमें कुर्सियां खाली पड़ी रहीं.
गौरतलब है कि राजस्थान में हर साल 10 दिसंबर को प्रवासी राजस्थानी दिवस मनाया जाता है जिसमें राज्य के हजारों प्रवासी शामिल होते हैं.राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने इस वीडियो को पोस्ट करते हुए लिखा, "150 करोड़ के खेलो इंडिया गेम्स के बाद... प्रवासी राजस्थान समारोह का "फ्लॉप शो". मंच पर मुख्यमंत्री, खाली पड़ी सीटें, निवेशक नदारद.. आखिर क्यों?"
आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि ये वीडियो प्रवासी राजस्थानी दिवस समारोह शुरू होने या खत्म होने के वक्त का है. कार्यक्रम के दौरान के ऐसे कई वीडियो सामने आए हैं जिनमें भारी भीड़ देखी जा सकती है.
यह भी पढ़ें: फैक्ट चेक: यूपी में चलती एम्बुलेंस से स्ट्रेचर समेत गिरा मरीज? नहीं, AI से बना है ये वीडियो
कैसे पता लगाई सच्चाई?
हमने देखा कि वायरल वीडियो पर प्रतिक्रिया देने वाले कई लोग लिख रहे हैं कि इसके साथ कही जा रही बात सही नहीं है और इस कार्यक्रम में काफी भीड़ थी.
हमने हकीकत जानने के लिए इस कार्यक्रम के दूसरे वीडियो देखे. सूचना एवं जनसंपर्क विभाग, राजस्थान सरकार ने एक्स पर इस वीडियो का लाइव प्रसारण किया था. इसमें तकरीबन एक घंटा 40 मिनट 30 संकेंड पर हॉल में भारी भीड़ देखी जा सकती है.
बीजेपी के राज्य प्रवक्ता लक्ष्मीकांत भारद्वाज ने भी इस कार्यक्रम का वीडियो शेयर किया, जिसमें अच्छी-खासी भीड़ दिख रही है. ये वीडियो नीचे देखा जा सकता है.
यह भी पढ़ें: फैक्ट चेक: ओम बिरला का डीपफेक वीडियो वायरल, गरीबों को 12 हजार की मदद का हुआ दावा
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल ने भी इस कार्यक्रम की कई तस्वीरें पोस्ट कीं जिनमें हॉल लगभग भरा हुआ दिख रहा है.
आजतक के जयपुर संवाददाता देव अंकुर ने भी इस बात की पुष्टि की कि इस कार्यक्रम के दौरान वो मौजूद थे और वहां अच्छी खासी भीड़ थी. उन्होंने इस बात की संभावना जताई कि ये वीडियो कार्यक्रम की शुरुआत में, या अंत में बनाया गया है. साफ है, प्रवासी राजस्थानी दिवस के दौरान कुर्सियां खाली पड़े रहने की बात गलत है.