Agenda Aajtak 2025: बुधवार को शुरु हुए एजेंडा आजतक का आज आखिरी दिन है. विचारों का यह महामंच राजधानी दिल्ली के ताज पैलेस होटल में सजा है जहां राजनीति, खेल, मनोरंजन, धर्म, स्वास्थ्य आदि क्षेत्रों के दिग्गज हिस्सा ले रहे हैं. अगले साल होने वाले पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों के मद्देनजर एजेंडा आजतक में चुनाव पर भी काफी बात हुई. इवेंट के सत्र 'बीजेपी का मिशन बंगाल' में शिक्षा और विकास के राज्य मंत्री, बीजेपी नेता डॉ. सुकांत मजूमदार शामिल हुए जहां उन्होंने बंगाल में बीजेपी की रणनीति पर बात की.
डॉ. मजूमदार ने कहा कि बीजेपी इस बार पूरी कोशिश कर रही है कि बंगाल में उसकी सरकार बने. उन्होंने कहा कि बीजेपी चाहती है कि बंगाल में कोई राष्ट्रवादी सरकार बने और ममता बनर्जी की वर्तमान सरकार राष्ट्रवादी सरकार नहीं है.
उन्होंने कहा, 'बहुत से मुद्दों पर ममता बनर्जी का जो रुख रहा है उससे देश की छवि को नुकसान हुआ है. भाजपा हरसंभव कोशिश करेगी और हमें पूरा विश्वास है कि इस बार ममता बनर्जी को हम हराएंगे और वहां बीजेपी की सरकार बनेगी.'
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी धार्मिक ध्रुवीकरण की वजह से जीत रही हैं. उन्होंने कहा, 'ममता बनर्जी बंगाल में क्यों जीत रही हैं? पहली बात 30-35% मुस्लिम वोट... जो धार्मिक कारणों से ममता बनर्जी के पास जा रहा है. बंगाल में मुसलमानों का कोई विकास नहीं हुआ है. किसी भी इलाके में चले जाइए, सड़कें खराब मिलेंगी, उनके पास नौकरियां नहीं हैं. वो मुसलमानों को दूध देने वाली गाय मानती हैं.'
केंद्रीय मंत्री की इस टिप्पणी पर जब उनसे पूछा गया कि बंगाल में बीजेपी क्या मुस्लिम वोटों की वजह से हार रही है तो उन्होंने जवाब दिया, 'मुस्लिम वोट एकतरफा ममता बनर्जी को जा रहा है. आप 2021 का रिजल्ट देख लीजिए... बहुसंख्यक हिंदुओं का वोट बीजेपी को मिला. अल्पसंख्यकों को डराया जाता है कि बीजेपी आएगी तो ये हो जाएगा...वो हो जाएगा. बीजेपी किसी को अल्पसंख्यक, बहुसंख्यक के नजरिए से नहीं देखती...बीजेपी बस ये देखती है कि सब भारतीय हैं... सबका साथ, सबका विकास.'
क्या बंगाल चुनाव के लिए बीजेपी को अपनी मुस्लिम विरोधी छवि में सुधार करना होगा? जवाब में डॉ. मजूमदार ने कहा, 'बीजेपी की नीति सबके सामने है. हम पंचनिष्ठा में विश्वास रखते हैं जिनमें से एक है सर्वधर्म समभाव जिसे लोग सेक्युलरिज्म भी कहते हैं. हमारी कोई योजना सिर्फ हिंदुओं के लिए बनी है क्या? मोदी जी जब देश के 80 करोड़ लोगों को राशन दे रहे हैं तो ऐसा है क्या कि मुसलमानों को नहीं मिल रहा? आयुष्मान भारत कार्ड नाम देखकर दिया जाता है क्या? अगर वो (मुसलमान) हमारी बात समझ जाते तो हर घर से ए.पी.जे. अब्दुल कलाम निकलते, अल-फलाह यूनिवर्सिटी वाले नहीं निकलते.'
बीजेपी नेता ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी बंगाल की डेमोग्राफी में बदलाव करना चाहती हैं.
उन्होंने आगे कहा, 'बंगाल की डेमोग्राफी अगर बदल गई तो उसके भारत में होने का मतलब क्या है? बंगाल तो भारत में आने वाला नहीं था. जिन्ना की बड़ी ख्वाहिश थी कि कलकत्ता पाकिस्तान में रहे. मैं जहां से आता हूं, वो 15 अगस्त को आजाद नहीं हुआ, तीन दिन बाद 18 अगस्त को हम भारत में आए. आज का बांग्लादेश और पश्चिम बंगाल... मुस्लिम बहुल हिस्सा पाकिस्तान जाने वाला था.'
बीजेपी नेता ने कहा, 'श्यामा प्रसाद मुखर्जी, मेघनाद साहा जैसे लोगों ने लड़ाई की कि बंगाल के हिंदुओं के लिए होमलैंड चाहिए. होमलैंड बन गया और जिनको जाना था पाकिस्तान वो नहीं गए. वोट दिए पाकिस्तान के पक्ष में... गए नहीं और अब हक मांग रहे. वोट क्यों दिए थे फिर? आपके पूर्वज ही तो पाकिस्तान के लिए वोट दिए थे. अब आप भारत के नागरिक हैं, मिल-जुलकर रहिए.'