हट कर किरदार निभाने वाले राहुल बोस से नई फिल्म कुछ लव जैसा पर बातचीतः
इसकी पटकथा में ऐसा क्या खास था?
एक ऐसी भूमिका जिसमें आप मुझे आमतौर पर नहीं देखेंगे.
सेट पर को-एक्टर शेफाली से तकरार...
एकदम गलत है. मुझे नहीं पता इन बातों को कहां से हवा मिल रही है.
बरनाली शुक्ला की यह पहली फिल्म है, उनके साथ अनुभव कैसा रहा?
वे क्रिएटिव और सेंसिटिव डायरेक्टर हैं और दृश्यों में सचाई बनाए रखने पर जोर देती हैं.
एक अपराधी के किरदार के लिए आपको क्या तैयारियां करनी पड़ीं?
बेशक अपराध करना तो नहीं सीखा (हंसते हुए). हां, राघव जैसा दिखने के लिए काफी तैयारियां जरूर कीं. वैसे भी मैं फिल्म शुरू होने से एक महीने पहले से अपने किरदार के लिए तैयारी शुरू कर देता हूं.
फिल्म को लेकर क्या उम्मीदें हैं?
हमेशा की तरह कुछ नहीं. मैं यही उम्मीद करता हूं कि जो भी फिल्म देखे, इस सोच के साथ बाहर निकले कि फिल्म की टिकट और स्नैक्स पर खर्चा पैसा वसूल हो गया.
राहुल बोस को भारतीय फिल्म उद्योग की कोई एक चीज बदलनी हो तो क्या बदलेंगे?
इसका निकनेम. हम ''बॉलीवुड'' से कुछ बेहतर सोच सकते हैं.