
मेगास्टार प्रभास की नई फिल्म 'फौजी' का पोस्टर हाल ही में काफी चर्चा में रहा. इस पोस्टर में इतनी डिटेल्स छिपी थीं कि इन्हें जोड़कर फिल्म की कहानी गेस करने का गेम शुरू हो गया. इन डिटेल्स को जोड़ने पर सामने आया कि डायरेक्टर हनु राघवपुड़ी एक पीरियड ड्रामा टाइप की कहानी लेकर आ रहे हैं, जिसके लीड किरदार का कनेक्शन नेताजी सुभाषचंद्र बोस से हो सकता है. मगर 'फौजी' का माहौल बनाने आए दो पोस्टर्स में से एक में कुछ ऐसा था जो प्रभास फैन्स के लिए बहुत एक्साइटिंग था. पहले पोस्टर में लिखा था- 'पाण्डवपक्षे संस्थित कर्णः'. यानी अगर महाभारत में कर्ण, वास्तव में पांडवों की तरफ होते तो?!
इस एक लाइन से प्रभास फैन्स को भरोसा हो गया है कि 'फौजी' में प्रभास एक बेहतरीन किरदार में नजर आने वाले हैं. ऐसा इसलिए कि महाभारत के कर्ण का कनेक्शन, प्रभास के ऑनस्क्रीन किरदारों से काफी मजबूत रहा है. और इतना मजबूत कि एक बार तो वो पुनर्जन्म ले चुके कर्ण का कलियुग अवतार भी निभा चुके हैं.
कर्ण के किरदार से 'रेबेल स्टार' को मिली बगावत
प्रभास के फैन्स ने उन्हें जो सबसे पहला टाइटल दिया, वो था 'रेबेल स्टार'. ये टाइटल उन्हें मिला 2012 में आई फिल्म 'रेबेल' से. महाभारत में कर्ण के किरदार को आज भी जनता से बहुत सहानुभूति मिलती है. इसकी वजह ये है कि अगर कायदे से देखा जाए तो जिस साम्राज्य के लिए पांडवों ने कौरवों से युद्ध किया, उसके सच्चे उत्तराधिकारी कर्ण हो सकते थे. आखिर वो कुंती के सबसे बड़े बेटे थे.
मगर नियति का चक्र ऐसा घूमा कि वो इस यथार्थ और अपनी मां से ही कटे रहे. कर्ण के किरदार की विडंबना यही है कि अकेले पूरा गेम पलटने की काबिलियत रखने वाला योद्धा, इस गेम का हिस्सा ही नहीं बन सकता था. और इसकी वजह उसकी अपनी मां थी. यही एंगल लोगों की सोच में बार-बार इस तरह उभरता है कि कर्ण को अपने पूरे पोटेंशियल के साथ इस गेम में उतरने का मौका मिलता तो क्या होता?!

'रेबेल' में प्रभास का किरदार कुछ ऐसा ही था. प्रभास का किरदार पावरफुल था मगर उसके पिता चाहते ही नहीं थे कि वो गांव की उस पॉलिटिक्स में फंसे, इसलिए उसे बाहर भेज दिया. आखिरकार अपने पिता की मौत के बाद वो लौटता है और अपने दुश्मनों को जड़ से मिटा डालता है.
बाहुबली-साहो में भी कर्ण से इंस्पायर थे प्रभास के किरदार
प्रभास की आइकॉनिक फिल्म 'बाहुबली' में भी उनके किरदार का आर्क, कर्ण से बहुत इंस्पायर्ड था. इस कहानी में अमरेंद्र बाहुबली पूरी तरह काबिल और असाधारण योद्धा होने के बाद भी माहिष्मती का राजा नहीं बन सका. इसके पीछे खुद उसकी मां का हाथ था. ये स्टोरी आर्क अमरेंद्र बाहुबली को कर्ण से बहुत मिलता-जुलता किरदार बनाता है. कर्ण के रथ का पहिया न धंसा होता, तो उन्हें मार पाना शायद अर्जुन के लिए संभव नहीं होता. इसी तरह अमरेंद्र के खिलाफ साजिश ना हुई होती, तो शायद ही कोई उसे मार पाता.
'साहो' (2019) की कहानी दुनिया के सबसे बड़े क्राइम सिंडिकेट पर फोकस्ड थी. इसकी टॉप पोजीशन पर बैठे लीडर ने जानबूझकर अपने बेटे को दुनिया की नजरों से दूर रखा था, ताकि वो सेफ रहे. और दुनिया में फैला दिया था कि उसका पूरा परिवार ही मर चुका है. जब वो लीडर मरता है, तो टॉप पोजीशन के लिए बवाल होने लगता है. आखिरकार उसका वो गुमनाम बेटा लौटता है तो दुश्मनों का पूरा खेल बिगाड़ देता है.

'सालार पार्ट 1' (2023) में भी प्रभास ने जो किरदार निभाया था, उसमें भी कर्ण की शेड्स थीं. प्रभास का ये किरदार भी आधिकारिक रूप से साम्राज्य पर अपना हक नहीं जमा सकता था. लेकिन अपने दोस्त के लिए वो हमेशा खड़ा रहता है (जैसे दुर्योधन के लिए कर्ण). और ये किरदार केवल बहादुर नहीं, बल्कि भयानक लड़ाका भी था. अगर आप नोटिस करेंगे तो 'सालार' में प्रभास के किरदार की राइटिंग के एलिमेंट्स, महाभारत में कर्ण के किरदार से बहुत ज्यादा मिलते हैं.
कर्ण के कैरेक्टर से प्रभास का फैसिनेशन इतना तगड़ा है या फिर ये मात्र संयोग है, पता नहीं. मगर जो प्रभास अबतक पड़े पर्दे पर कर्ण से मिलते-जुलते डिजाईन वाले किरदार निभा रहे थे, उन्होंने 'कल्कि 2898 AD' (2024) में कलियुग में पुनर्जन्म ले चुके कर्ण का किरदार निभाया.
इस फैंटेसी साइंस-फिक्शन ड्रामा के क्लाइमेक्स में जाकर जब ये रिवील होता है कि भैरव (प्रभास) असल में कर्ण है तो थिएटर्स में जिसे बिजलियां दौड़ने लगी थीं. ऑडियंस की एक्साइटमेंट का ठिकाना ही नहीं था. इस फिल्म में एक फिक्शनल सिचुएशन है कि कर्ण को कलियुग में पुनर्जन्म लेकर, महाभारत काल के दोष दूर करने का मौका मिला है.

ऊपर हमने प्रभास के जिन किरदारों की बात की, वो सभी कर्ण की कहानी और आर्क से इंस्पायर्ड थे. इन सभी किरदारों में प्रभास को बहुत पसंद किया गया और इन्हीं किरदारों की वजह से वो आज सबसे बड़े पैन इंडिया स्टार हैं. अब 'फौजी' में भी उनके किरदार का नैरेटिव कर्ण पर मॉडल किया गया है. देखना है कि इस फिल्म में प्रभास ने क्या कमाल किया है.