बिहार चुनाव के पहले चरण से पहले सीटों के बंटवारे को लेकर जारी मतभेदों के बीच, महागठबंधन ने आज एक साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस किया. महागठबंधन तेजस्वी यादव को अपने मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर घोषित कर दिया है. कांग्रेस के सीनियर नेता अशोक गहलोत ने महागठबंधन के जीतने पर मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के चेहरे के तौर पर तेजस्वी यादव और मुकेश सहनी के नाम का ऐलान किया है.
अशोक गहलोत ने सीएम फेस का ऐलान करते हुए कहा, "सबकी राय लेकर हमने तय किया है कि इस बार के चुनाव में तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री का चेहरा होंगे." अशोक गहलोत ने कहा कि डिप्टी सीएम चेहरे के तौर पर मुकेश सहनी होंगे.
अशोक गहलोत ने कहा, "देश के जो हालात हैं, उससे चिंतित होना जरूरी है. देश किस दिशा में जा रहा है, कोई नहीं जानता. देश में बेरोजगारी है. हम सब की जिम्मेदारी बनती है, कि ऐसे वक्त में देश क्या चाहता है, हर बात का ख्याल रखा जाए. किसान, मजदूर, आम आदमी, छात्र और युवा सभी के लिए हालात वही हैं. जब ऐसा होता है, तो लोग बदलाव चाहते हैं और इस बार बदलाव होगा. जिस तरह से पब्लिक ने रिस्पॉन्स दिया, पूरे देश ने देखा."
'ये सिर्फ सत्ता के भूखे...'
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बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने कहा, "हम लोग को बिहार बनाने का काम करना है. हम आदरणीय लालू जी, सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और सभी महागठबंधन के साथियों का धन्यवाद देते हैं. जो विश्वास आप लोगों ने हम पर जताया है, उस उम्मीद पर हम जरूर खरे उतरेंगे." उन्होंने एनडीए पर निशाना साधते हुए कहा कि ये थके हुए लोग हैं, ये सिर्फ सत्ता के भूखे हैं. हमको अगर तीस महीने का मौका मिले, तो जो काम तीस सालों में इन्होंने नहीं किया है हम वो करके दिखाएंगे.
राष्ट्रीय जनता दल (RJD) नेता तेजस्वी यादव ने महागठबंधन के नेताओं का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि "हम महागठबंधन के लोग केवल सरकार बनाने के लिए नहीं बल्कि बिहार बनाने के लिए एकजुट हुए हैं." तेजस्वी ने सोनिया गांधी, राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे और प्रियंका गांधी का आभार जताया है. इसके अलावा, उन्होंने लालू प्रसाद यादव, राबड़ी देवी समेत महागठबंधन के दूसरे नेताओं का भी आभार व्यक्त किया है.
तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया कि NDA नीतीश कुमार के साथ अन्याय कर रही है. तेजस्वी ने सवाल किया कि एनडीए के चुनाव प्रचार में नीतीश कुमार के चेहरे का इस्तेमाल क्यों नहीं किया जा रहा है. उनका मानना है कि नीतीश कुमार के नाम की आधिकारिक घोषणा न करना भी अन्याय है.
'बिहार बनाने के लिए एकजुट हुआ महागठबंधन'
तेजस्वी यादव ने महागठबंधन की एकजुटता पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि महागठबंधन का उद्देश्य केवल सरकार बनाना नहीं है, बल्कि बिहार का निर्माण करना है. उन्होंने महागठबंधन के शीर्ष नेताओं का आभार व्यक्त कर गठबंधन की मजबूती को दर्शाया.
इससे पहले महागठबंधन में सीएम फेस को लेकर तनाव की बाते सामने आई थीं. हालांकि, बुधवार को अशोक गहलोत को पटना पहुंचे, उन्होंने लालू यादव और तेजस्वी यादव से मुलाकात की. मीटिंग के बाद उन्होंने कहा कि गठबंधन एकजुट है और चुनाव के लिए तैयार है.
तेजस्वी की तस्वीर पर उठा सवाल...
महागठबंधन की प्रेस कॉन्फ्रेंस के लिए बने पोस्टर में सिर्फ तेजस्वी यादव की तस्वीर लगाई गई. इस पर पप्पू यादव ने कहा, "किसी और नहीं, राहुल गांधी की फोटो पर ही वोट पड़ेंगे." पप्पू यादव ने कहा, "जब तक सीट वापस न हो, तब तक गठबंधन को कोई कदम नहीं उठाना चाहिए. सामूहिक गठबंधन के साथ चुनाव लड़ना चाहिए."
बिहार बीजेपी चीफ दिलीप जायसवाल ने कहा, "आपसी मतभेद चल रहा है, एक दूसरे को नीचा दिखाने का काम कर रहे हैं. ऑफिस में बैठकर दिखा रहे हैं कि हम सब एक हैं. ये लोग सरकार नहीं चला सकते हैं. कांग्रेस और RJD की दोस्ती संभव नहीं है."
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गहलोत ने सुलझाई महागठबंधन की गुत्थी
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत ने बुधवार को आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव और उनके बेटे तेजस्वी यादव से मुलाकात की. बातचीत के दौरान कांग्रेस के बिहार प्रभारी कृष्णा अल्लावरु भी मौजूद थे, जिन्हें बातचीत में आई रुकावट के लिए जिम्मेदार माना जा रहा था.
मुख्य विवाद तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री पद का चेहरा बनाने को लेकर था. कांग्रेस पहले इस पर सहमत नहीं थी, जबकि आरजेडी का पूरा प्रचार अभियान ‘तेजस्वी सरकार’ पर केंद्रित था. सूत्रों के मुताबिक अब कांग्रेस इस मुद्दे पर झुक गई है.
कांग्रेस ने सीटों के निष्पक्ष बंटवारे पर भी जोर दिया. मतभेद के चलते कई सीटों पर महागठबंधन के घटक दलों ने एक-दूसरे के खिलाफ उम्मीदवार उतारे थे, जिनमें लगभग छह सीटों पर कांग्रेस-आरजेडी, चार पर भाकपा-कांग्रेस और दो पर वीआईपी-आरजेडी के बीच टकराव देखने को मिला.