भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) दिल्ली और राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान त्रिची (NITT) ने एक एमओयू साइन किया है. इसके अनुसार अब NITT के बी.टेक छात्रों को IIT दिल्ली के पीएचडी कार्यक्रमों में सीधे प्रवेश मिलेगा.
शैक्षिक और अनुसंधान सहयोग को बढ़ावा देने के साथ संकाय और छात्रों के आदान-प्रदान को लेकर ये महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है. एमओयू पर IIT दिल्ली के निदेशक प्रोफेसर वी रामगोपाल राव और NIT के निदेशक डॉ. मिनी शाजी थॉमस ने हस्ताक्षर किए.
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एनआईटी त्रिची के निदेशक डॉ. मिनी शाजी थॉमस ने कहा कि इस एमओयू की प्रमुख विशेषता आईआईटी दिल्ली में प्रत्यक्ष पीएचडी प्रवेश के लिए नीट के अंडरग्रेजुएट छात्रों के लिए उत्कृष्ट अवसर है. उन्होंने कहा कि हम इसे बहुत सकारात्मक रूप से ले रहे हैं कि यह समझौता ज्ञापन एनआईटीटी और आईआईटी दिल्ली के बीच शैक्षिक साझेदारी और अनुसंधान सहयोग को प्रोत्साहित करेगा. संस्थान संयुक्त अनुसंधान परियोजनाओं और संकाय विनिमय कार्यक्रमों के लिए तत्पर है.
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प्रोफेसर वी रामगोपाल राव, निदेशक, आईआईटी दिल्ली ने एनआईटी त्रिची के साथ समझौता ज्ञापन का स्वागत किया और इसे आर एंड डी (रिसर्च एंड डेवलपमेंट) के क्षेत्र में सहयोग करने के लिए दोनों संस्थानों के संकाय और छात्रों के लिए एक अच्छा अवसर कहा.
प्रो. राव ने कहा कि हम अन्य एनआईटी को भी आईआईटी दिल्ली के साथ समान शैक्षणिक साझेदारी में प्रवेश करने के लिए आमंत्रित करना चाहेंगे.
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ऐसे सीधे मिलेगा पीएचडी में प्रवेश
इस समझौता ज्ञापन के तहत एनआईटीटी के मेधावी बी.टेक छात्रों को आईआईटी दिल्ली में प्रोजेक्ट वर्क के अलावा स्टडी का मौका दिया जाएगा. इसके बाद उन्हें गेट या किसी भी राष्ट्रीय स्तर पर अर्हता प्राप्त करने की आवश्यकता के बिना पीएचडी में सीधे प्रवेश की पेशकश की जाएगी.
इस योजना के तहत, अपने 6 वें सेमेस्टर (तीन साल) के अंत में 8.00 के सीजीपीए वाले एनआईटीटी छात्र गर्मी में एक परियोजना के लिए आवेदन करने और आईआईटी दिल्ली में अपने चौथे वर्ष (7 वें और 8 वें सेमेस्टर) को पूरा करने के लिए पात्र होंगे.
छात्रों को अपने आवेदन के साथ अपने प्रतिलेख, अन्य शैक्षणिक रिकॉर्ड और उपलब्धियों के अलावा किसी भी शोध या इंटर्नशिप अनुभव के डॉक्यूमेंट प्रूफ देने होंगे. छात्रों को पीएचडी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए बीटेक के 7वें और 8वें सेमेस्टर (चौथे वर्ष) के दौरान शोध और अनुसंधान में पर्याप्त योग्यता प्रदर्शित करने की उम्मीद है.
अपने चौथे वर्ष के सफल समापन के बाद, उन्हें आईआईटी दिल्ली में पीएचडी कार्यक्रमों में शीघ्र प्रवेश के लिए योग्य माना जा सकता है. उनके लिए GATE की आवश्यकता को समाप्त कर दिया गया है क्योंकि वे 8.00 के न्यूनतम सीजीपीए के साथ IIT दिल्ली में प्रवेश करेंगे.
साथ ही यह योजना एनआईटी बीटेक छात्रों को आईआईटी दिल्ली में पीएचडी के लिए पीएमआरएफ फेलोशिप की एलिजिबिलिटी प्राप्त करने की संभावनाओं को बढ़ाने में मदद करेगी. छात्रों के आने-जाने या कैंपस में रहने के दौरान, IIT दिल्ली कोई शैक्षणिक शुल्क नहीं लेगा, क्योंकि वे अपनी नियमित अकादमिक फीस NIT त्रिची को देंगे. जो बी.टेक छात्र हैं, उन्हें एक वर्ष के लिए आईआईटी दिल्ली द्वारा ऑन-कैंपस या ऑफ-कैम्पस सशुल्क हॉस्टल आवास प्रदान किया जाएगा.
एमओयू के तहत IIT दिल्ली और NIT त्रिची B.Tech, डबल डिग्री M.Tech, रिसर्च स्कॉलर्स और संकाय का आदान-प्रदान करेंगे. एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत छात्रों को स्पेशल एक्सचेंज स्टूडेंट्स के रूप में वर्गीकृत किया जाएगा. उन्हें क्रेडिट / ऑडिट पर पाठ्यक्रम लेने की अनुमति दी जाएगी. छात्रों का चयन और नामांकन पूरे शैक्षणिक वर्ष में खुला रहेगा.