NEET Result Controversy: देशभर से लगभग 24 लाख उम्मीदवार 05 मई 2024 को आयोजित हुई नीट यूजी परीक्षा में बैठे थे. नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) पर लाखों युवाओं के लिए देश की सबसे टफ परीक्षा में से एक नीट यूजी को सुचारू ढंग से कराने की जिम्मेदारी थी, लेकिन नीट रिजल्ट जारी होने के बाद लाखों उम्मीदवार नीट की शुचिता पर सवाल खड़े कर रहे हैं. यहां तक कि कुछ उम्मीदवारों ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा भी खटखटाया है. एनटीए पर आरोप लगाने वाले उम्मीदवारों में नीट में अच्छा स्कोर पाने वाले उम्मीदवार भी शामिल हैं.
अच्छा स्कोर करने वाले भी एनटीए से नाराज
NEET में 720/720 अंक लाने वाले उम्मीदवारों में कुछ झारखंड के रांची से भी हैं. हालांकि अच्छे अंक पाने के बावजूद उन उम्मीदवार का भी आरोप है कि NTA की वजह से उनके भविष्य पर अनिश्चितता के गहरे काले घने बादल मंडरा रहे हैं. लिहाजा अभ्यर्थियों ने हाथों में तख्तियां लेकर विरोध किया और अपने लिए न्याय में मांग की. उनकी मांग है कि एनटीए फिर से नीट रिजल्ट जारी करे. सुप्रीम कोर्ट से भी गुजारिश की गई है कि वो पूरे मामले में हस्तक्षेप करे.
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नीट रिजल्ट में 720 में से 715 अंक लाने वाले केशव सौरभ सामदर्शी का कहना है कि इतने अच्छे मार्क्स लाने पर भी एनटीए रैंक अच्छी नहीं दे रहा, एनटीए ट्रांसपेरेंसी नहीं दिखा रहा, केवल खुद को डिफेंड कर रहा है कि पेपर लीक नहीं हुआ है. सभी को ग्रेस मार्क्स दिए जा रहे हैं, जिनके 613 मार्क्स थे उन्हें 720 मार्क्स दे दिए गए हैं. केशव और उनके साथ खड़े उम्मीदवार एनटीए से ट्रांसपेरेंसी के साथ फिर से रिजल्ट जारी करने और सभी के OMR शीट्स रिलीज करने की मांग कर रहे हैं.
पहले खुद का सपना टूटा, अब बेटी के लिए बढ़ी मां की चिंता
हजारीबाग की हेमा के पिता नहीं हैं. जब वो एक साल की थीं उनके पिता का देहांत हो गया था. मां आंगनवाड़ी सेविका हैं, हालांकि वे डॉक्टर बनना चाहती थी, जिसके लिए उन्होंने काफी मेहनत भी की लेकिन कम उम्र में शादी होने की वजह से उनका सपना सपना ही रह गया. अब वे अपनी होनहार बेटी को डॉक्टर बनाने का सपना देख रही हैं. लेकिन NTA के तरीके और गड़बड़ियों के चलते उन्हें फिर से अपने सपनों पर पानी फिरता नजर आ रहा है.
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बेटी हेमा दिन-रात मेहनत करके नीट एग्जाम में 702 अंक लाई है, इसके बावजूद भी इस तरह की अनिश्चितताओं से निराशा होती है. रांची में उम्मीदवार हाथों में तख्तियां लेकर न्याय की मांग कर रहे कमोवेश सभी अभ्यर्थियों की कहानी मिलती-जुलती हैं. हेमा समेत अन्य उम्मीदवारों का यही कहना है कि नीट रिजल्ट में कई ऐसी चीजें हुई हैं जिनसे हम लोग सहमत नहीं हैं, उन पर एनटीए के जवाबों से भी संतुष्ट नहीं हैं, खासतौर पर ग्रेस मार्क्स वाली चीजों को अच्छे से समझाना होगा.
कोचिंग टीचर्स भी चाहते हैं नीट रिजल्ट में समीक्षा
उधर, कोटिंग सेंटर में नीट की तैयारी कराने वाले कोचिंग टीचर्स भी NTA के रवैये से नाराज हैं. उनका आरोप है कि अभ्यर्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया गया है. लिहाजा, एनटीए को फिर से नीट रिजल्ट की समीक्षा करनी चाहिए और दोबारा जारी करना चाहिए.
DU-JNU के छात्र संगठन NTA के खिलाफ करेंगे धरना प्रदर्शन, नीट के अलावा और भी हैं मुद्दे
स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (SFI) और और ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (AISA) भी नीट रिजल्ट में गड़बड़ी को लेकर एनटीए के खिलाफ मिलकर धरना प्रदर्शन करने जा रहे हैं. दिल्ली यूनिवर्सिटी और जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) के छात्र संगठन 10 जून को दिल्ली में शास्त्री भवन के बाहर सुबह 10 बजे से धरना प्रदर्शन करेंगे. उनकी मांग है कि नीट एग्जाम में फर्जीवाड़े को लेकर छात्रों को तुरंत न्याय मिले, पीएचडी एडमिशन के लिए यूजीसी नेट की अनिवार्यता खत्म हो, सीयूईटी, पीजी और अन्य परीक्षाओं के जरिये एजुकेशन का सेंट्रलाइजेशन रुके और अक्षम एनटीए को खत्म करो.

तेज हो सकता है एनटीए के खिलाफ आंदोलन
NTA पर पहले पेपर लीक को लेकर उसके बाद अब मार्क्स स्कैम, ग्रेस मार्क्स देने को लेकर तमाम सवाल उठ रहे हैं. वाजिब जवाब नहीं मिलने पर अभ्यर्थियों के तेवर से लगता है की उनका आंदोलन तेज हो सकता है.