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Delhi Crime: दिल्ली में एक ही परिवार के तीन सदस्यों की मौत, कमरे में फांसी के फंदे पर लटके मिले शव

दिल्ली के कालकाजी में मौजूद एक घर में परिवार के तीन लोगों की लाशें मिलने से हड़कंप मच गया. कमरे में कपूर परिवार के तीन सदस्यों अनुराधा, आशीष और चैतन्य की लाशें फांसी पर लटकी मिली हैं. शुरुआती जांच में यह मामला मानसिक तनाव और डिप्रेशन की वजह का बताया जा रहा है.

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पुलिस इस मामले का हर पहलू खंगाल रही है (फोटो-ITG)
पुलिस इस मामले का हर पहलू खंगाल रही है (फोटो-ITG)

Delhi Kapoor Family Tragedy: दिल्ली के कालकाजी इलाके से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है. शांत मोहल्ले के एक घर में एक ही परिवार के तीन लोग फांसी के फंदे से लटके मिले हैं. जिनमें एक मां और उसके दो बेटे शामिल हैं. इस सामूहिक मौत के मामले ने पूरे इलाके को सदमे में डाल दिया है. पुलिस ने जब उस कमरे में अंदर कदम रखा, तो सामने ऐसा मंज़र था, जिसने हर किसी को हिला दिया. पुलिस ने मौके से एक सुसाइड नोट भी बरामद किया है. शुरूआती जांच में इस वारदात के पीछे गहरा मानसिक तनाव और आर्थिक तंगी कारण बताए जा रहे हैं. 

पुलिस को ऐसे मिली जानकारी
दोपहर करीब 2:47 बजे पुलिस स्टेशन कालकाजी को एक पीसीआर कॉल मिली, जिसमें आत्महत्या की सूचना दी गई. यह घटना G-70B, कालकाजी स्थित घर से रिपोर्ट हुई थी. जानकारी मिली कि उसी घर में एक ही परिवार के तीन सदस्यों की संदिग्ध मौत हुई है. पुलिस फौरन मौका-ए-वारदात की ओर रवाना हो गई और वहां पहुंचकर हालात का जायजा लिया. आसपास के लोग और पड़ोसियों में भी इस घटना से हड़कंप मच गया. मामला आला अधिकारियों के संज्ञान में भी आ चुका था.

अंदर से बंद था दरवाजा 
इस मामले का खुलासा उस वक्त हुआ जब एक कोर्ट बेलिफ़ स्थानीय पुलिसकर्मियों के साथ उस घर में पहुंचा था. उनका मकसद था एक कोर्ट आदेश को लागू करना और घर का कब्जा लेना. इस दौरान उन्होंने लगातार दरवाज़े पर दस्तक दी, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला. कई बार आवाज लगाने और इंतज़ार के बावजूद घर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली, जिससे पुलिस को शक हुआ.

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घर में खौफनाक मंजर
तब पुलिस ने डुप्लीकेट चाबी का इस्तेमाल किया और घर के अंदर दाखिल हुई. जैसे ही दरवाज़ा खोला गया, एक बेहद भयानक मंजर सामने था. घर के अंदर तीन सदस्य छत के पंखे से लटके हुए पाए गए. जिनमें मां और दो बेटे थे. यह मंजर किसी के भी लिए चौंकाने वाला था. मौके पर मौजूद स्वास्थ्य कर्मियों और पुलिस ने हालात का जायजा लिया. पुलिस ने घर की तलाशी ली.

मौके से बरामद हुआ नोट
पुलिस को तलाशी के दौरान घटना स्थल से एक नोट भी बरामद हुआ, जिसमें स्पष्ट लिखा था कि परिवार लंबे मानसिक तनाव/डिप्रेशन से जूझ रहा था. प्रारंभिक जांच के अनुसार इसी हालात ने परिवार को यह बेरहम कदम उठाने के लिए मजबूर किया. पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि परिवार को किन परिस्थितियों ने इस हद तक प्रभावित किया. यह नोट खाली परिस्थितिजन्य नहीं माना जा रहा है.

मृतकों की पहचान
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार मरने वाले लोगों तीनों सदस्यों की पहचान कर ली गई है. जिनमें 52 वर्षीय अनुराधा कपूर, उनका 32 वर्षीय बड़ा बेटा आशीष कपूर और 27 साल का छोटा बेटा चैतन्य कपूर शामिल है. पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए अभी तक सभी सबूत और स्थिति को ध्यान से रिकॉर्ड पर लिया है. परिवार के जानकार और रिश्तेदारों से भी पूछताछ की जा रही है.

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पोस्टमार्टम के लिए भेजे गए शव
अब पुलिस ने सभी शवों को AIIMS मॉर्चुरी भेज दिया है और आगे की फॉरेंसिक जांच और कानूनी प्रक्रिया शुरू कर दी है. यह मामला दर्ज कर धारा 194 BNSS के तहत औपचारिक जांच जारी है. पुलिस इस मामले में सभी संभावित पहलुओं जैसे तनाव, सामाजिक दबाव, आर्थिक स्थितियां आदि की भी छानबीन कर रही है. जांच के नतीजे आने के बाद ही अंतिम निष्कर्ष सामने आएगा.

डिप्रेशन और तनाव की गंभीरता
यह दुःखद घटना हमें याद दिलाती है कि मानसिक स्वास्थ्य भी उतना ही महत्वपूर्ण है, जितना कि शारीरिक स्वास्थ्य. किसी भी व्यक्ति के व्यवहार में बदलाव, निराशा या तनाव के लक्षण दिखें तो तुरंत मदद लें. समय रहते सहायता मिलने पर कई विपरीत परिस्थितियों से बचा जा सकता है.

सहायता और हेल्पलाइन्स
अगर आप या कोई जानकार परेशानी में है. यदि आप या आपके आसपास कोई डिप्रेशन या तनाव से जूझ रहा है, तो तुरंत मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ से संपर्क करें. भारत में कई हेल्पलाइन उपलब्ध हैं जैसे- आत्महत्यारोधक रोकथाम हेल्पलाइन 104 / 9152987821 या फिर सामान्य मानसिक स्वास्थ्य सहायता, लोकल हेल्पलाइन या चिकित्सक से संपर्क करें.

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