भारत की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो में संकट आ गया, जिसके कारण देश भर में उड़ानें रद्द हो रही हैं. घंटों देरी हो रही है और प्रमुख हवाई अड्डों पर यात्रियों में अफरा-तफरी मची हुई है. इस बीच, खास घरेलू हवाई मार्गों पर किराए में रिकॉर्ड बढ़ोतरी हुई है.
IndiGo के फ्लाइट्स कैंसिलेशन का असर पूरे सिस्टम पर पड़ा है, जिससे कई ट्रंक रूटों पर किराया रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गए. 5 दिसंबर को बुकिंग प्लेटफ़ॉर्म से मिले डाटा से पता चला है कि हवाई किराये में 5 से 10 गुना तक बढ़ोतरी हुई है. आइए जानते हैं कहां पर कितना किराया हुआ है...
इन रूटों पर भी बढ़ा किराया
इंटरनेंशन किराये से भी महंगा हुआ घरेलू किराया
दिल्ली-मुंबई रूट पर 5 दिसंबर को सबसे कम नॉन स्टॉप किराया ₹35,952 (स्पाइसजेट) था. उसी दिन एयर इंडिया के वन-स्टॉप ऑप्शन का किराया ₹51,133 था. दिल्ली-बेंगलुरु रूट पर कई फ्लाइट्स का किराया ₹40,000 से ऊपर पहुंच गया. यहां तक कि सबसे सस्ता विकल्प भी करीब ₹27,000 का था, जबकि एयर इंडिया और एयर इंडिया एक्सप्रेस के विकल्प ₹36,000 से अधिक के थे. सबसे चकित करने वाली बात तो यह थी कि इंटरनेशनल किराया भी इससे सस्ती थी. दिल्ली से दुबई का किराया ₹23,000 है. जबकि बेंगलुरु से दुबई का ₹18,000 है.
बड़ी संख्या में फ्लाइट्स कैंसिल
देशभर में IndiGo की 580 से ज्यादा उड़ानें रद्द कर दी गईं, जिसके कारण हवाई अड्डों पर लंबी कतारें लग गईं और भीड़ उमड़ पड़ी.
दिल्ली हवाई अड्डे ने ऑपरेशन चुनौतियों की चेतावनी देते हुए एक परामर्श जारी किया है और यात्रियों से टर्मिनल के लिए रवाना होने से पहले अपनी उड़ान की स्थिति की जांच करने का निवेदन किया है. इंडिगो ने इस स्थिति के लिए संशोधित उड़ान ड्यूटी समय सीमा नियमों को जिम्मेदार ठहराया है.
सख्त रोस्टरिंग नियम पायलट की उपलब्धता को प्रभावित कर रहे हैं. इन बदलावो ने इंडिगो के विशाल नेटवर्क पैमाने को बुरी तरह से प्रभावित किया है. वहीं एयरलाइंस ने कस्टमर्स और हितकारों से माफी मांगी है.