करोड़पति (Crorepati) बनना कौन नहीं चाहता? हर कोई इसे पाने में सफल नहीं होता है, लेकिन इन्वेटमेंट का सही विकल्प हो और नियमित बचत की जाए, तो फिर ये टारगेट हासिल करना बड़ी बात नहीं है. निवेश का एक खास फॉर्मूला इसमें मदद कर सकता है. यहां हम बता रहे हैं कि कैसे 30 साल में नियमित निवेश के जरिए 15 करोड़ रुपये का बड़ा फंड जमा किया जा सकता है, जिससे रिटायमेंट के बाद की लाइफ मौज में कटे.
टारगेट पाने के लिए ये 3 चीजें अहम
रिटायरमेंट के लिए 30 साल में 15 करोड़ रुपये से ज्यादा का फंड जुटाने का लक्ष्य पाने के लिए स्मार्ट फाइनेंशियल स्कीम, नियमित सेविंग और कंपाउंडिंग की पावर जरूरी है. तो अगर आप 30 साल के हैं और चाहते हैं कि रिटायमेंट पर आपके अकाउंट में इतना फंड जमा हों, तो इस फॉर्मूले को अप्लाई कर सकते हैं, जो म्यूचुअल फंड में एसआईपी (SIP) से संबंधित है. देखा जाए तो सिस्टामैटिक इन्वेस्टमेंट प्लानिंग यानी एसआईपी में लॉन्ग टर्म में 15-18 फीसदी तक का रिटर्न हासिल हो चुका है, लेकिन हम यहां औसतन 12 फीसदी का रिटर्न लेकर चलते हैं.
SIP में कंपाउंडिग की पावर
शेयर बाजार (Stock Market) या म्यूचुअल फंड (Mutual Funds) में निवेश करने से पहले ये समझ लेना जरूरी है, कि ये मार्केट जोखिमों के अधीन हैं और रिटर्न में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है यानी आपका वास्तविक रिटर्न कम या ज्यादा हो सकता है. हालांकि, SIP के इतिहास पर नजर डालें, तो इसने निवेशकों को 10-15 फीसदी तक का या इससे ज्यादा का ही रिटर्न दिया है. लॉन्ग टर्म में ये 18-20 फीसदी तक भी रहा है. सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) एक लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट प्रोसेस है और इसमें सबसे खास बात ये है कि निवेश (Investment) पर जोरदार रिटर्न के साथ ही लंबी अवधि तक इसे बनाए रखने पर कंपाउंडिंग का भी लाभ मिलता है और एक मोटा फंड इकठ्ठा हो जाता है. जिसके जरिए आप करोड़पतियों की लिस्ट में शामिल हो सकते हैं.

30 साल में 15 करोड़ जुटाने का फॉर्मूला
अब बताते हैं कि आखिर एसआईपी में मिलने वाले औसत 12 फीसदी के रिटर्न के साथ भी आप 30 साल में कैसे 15 करोड़ रुपये से ज्यादा इकठ्ठा कर सकते हैं. तो इस टारगेट को पाने के लिए आपको हर महीने 50,000 रुपये का निवेश करना होगा. SIP Calculator के जरिए देखें, तो अगर इतनी रकम हर महीने म्यूचुअल फंड एसआईपी में लगातार 30 साल तक इन्वेस्ट की जाती है, तो फिर इस अवधि में कुल जमा राशि 1,80,00,000 रुपये होगी. इस पर 12 फीसदी की रिटर्न के आधार पर आपको मिलने वाला रिटर्न कंपाउंडिंग के साथ 15,84,95,689 रुपये होगा. वहीं अकाउंट में कुल जमा फंड 17,64,95,689 रुपये हो जाएगा.
इस फॉर्मूले तहत SIP करने पर 10 साल बाद आपका 50,000 रुपये प्रति माह का निवेश बढ़कर लगभग 1.12 करोड़ रुपये हो जाएगा. 20 साल बाद, ये लगभग 4.6 करोड़ रुपये हो जाएगा और 30 साल के अंत तक यह 15 करोड़ रुपये के तय किए गए लक्ष्य को पार कर जाएगा. कंपाउंडिग इफेक्ट के साथ इसमें जोरदार वृद्धि देखने को मिलेगी, जहां आपका रिटर्न समय के साथ और अधिक होता जाएगा.
इन बातों का रखें ध्यान
जल्द करें निवेश की शुरुआत: एक्सपर्ट्स भी कहते हैं कि अगर रिटायरमेंट के बाद की लाइफ मौज में बिना किसी फाइनेंशियल दिक्कत के काटनी है, तो फिर जितना जल्दी हो निवेश की शुरुआत करें. दरअसल, जितनी जल्दी कोई व्यक्ति पैसे इन्वेस्ट करना शुरू करेगा, उतना ही रिटर्न के साथ उसके पैसे बढ़ने का समय मिलेगा. इसमें 5-6 साल की देरी भी अंतिम रिटायरमेंट कॉर्पस को काफी कम कर सकती है.
निरंतरता को बनाए रखें: जैसा कि बताया गया है कि शेयर बाजार में निवेश जोखिम भरा होता है, तो बाजार में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है, लेकिन जरूरी है कि निवेशक निरंतरता बनाए रखें और इन्वेस्टमेंट स्कीम पर टिके रहें और समय से पहले अपने फंड को निकालने से बचें.
(नोट- किसी भी निवेश से पहले अपने मार्केट एक्सपर्ट्स की सलाह जरूर लें.)