साल 2025 में शेयर बाजार में भारी उतार-चढ़ाव देखने को मिला है. इस बीच, कुछ कंपनियों के शेयरों ने निवेशकों नुकसान कराया है. वहीं अब एक ब्रोकरेज ने कुछ शेयरों को बेचने की सलाह दे दी है. ब्रोकरेज का कहना है कि इस कंपनियों के शेयर तेजी से गिर सकते हैं, यह राय 3 सरकारी कंपनियों पर दी गई है.
ब्रोकरेज फर्म इन्वेस्टेक ने सरकारी ऑयल मार्केटिंग कंपनियों के शेयरों को बेचने की सलाह दी है. इनमें हिंदुस्तान पेट्रोलियम (HPCL), भारत पेट्रोलियम (BPCL) और इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (IOC) हैं. अपनी रिपेार्ट में ब्रोकरेज फर्म ने कहा कि बाजार इन कंपनियों के लिए बहुत बड़ रिस्क को नजरअंदाज कर रहा है.
ब्रोकरेज ने पहले इन कंपनियों के शेयरों पर 'होल्ड' रेटिंग से बदलकर 'Sell'कर दिया है. हालांकि इनके टारगेट प्राइस में कोई बदलाव नहीं किया है. अभी इन कंपनियों का टारगेट पहले जितना ही है यानी PCL के लिए टारगेट प्राइस 425 रुपये, BPCL के लिए टारगेट प्राइस 330 रुपये, IOC के लिए टारगेट प्राइस 145 रुपये रखा गया है.
कितना गिर सकता है भाव?
टारगेट प्राइस के आधार पर स्टॉक्स में HPCL और BPCL में 8% तक गिरावट की आशंका जताई जा रही है. वहीं ब्रोकरेज ने IOC में 12% तक की गिरावट का अनुमान लगाया है. यह अनुमान ऐसे वक्त में लगाया गया है, जब पिछले कुछ महीनों में OMC स्टॉक्स में निवेशकों ने अच्छी खरीदारी की है. ठीक उसी समय, जब सिंगापुर ग्रॉस रिफाइनिंग मार्जिन (GRMs) भी तेजी से बढ़े हैं. यह मार्जिन 2 महीने में डबल हो चुके हैं. हालांकि यह सच्चाई पूरी नहीं है. इनवेस्टेक का कहना है कि इन कंपनियों के लिए वास्तविक मुनाफा रिफाइनिंग नहीं, बल्कि मार्केटिंग मार्जिन पर अधिक निर्भर है और यहीं बड़ी कमजोरी दिखाई दे रही है.
एक बड़ा रिस्क है डीजम मार्केटिंग
ब्रोकरेज के मुताबिक, भले ही कच्चे तेल की कीमतें नरम बनी हुई हैं, लेकिन डीजल क्रैक्स तेजी से बढ़ने से मार्जिन में दबाव बन हुआ है. यह मार्जिन पॉजिटिव से निगेटिव में आ चुका है. Investec ने चेतावनी दी कि अगर डीजल क्रैक्स ऊंचे बने रहे, तो ये कंपनियों की कमाई को गहरी चोट लग सकती है.
ब्रोकरेज का कहना है कि शेयर बाजार इस रिस्क को नजरअंदाज कर रहा है. अक्टूबर 2025 से अभी तक HPCL, BPCL और IOC के शेयर 20–25% चढ़ चुके हैं.
(नोट- किसी भी शेयर में निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की मदद जरूर लें.)