scorecardresearch
 

देसी घी बना इकोनॉमी का नया बूस्‍टर... विदेश तक बढ़ी डिमांड, चौंका देंगे ये आंकड़े

भारत में देसी घी की खपत बहुत ही तेजी से बढ़ रही है. साल 2014 में देसी घी की खपत 2.68 किलोग्राम प्रति व्‍यक्ति से बढ़कर 2023-24 में यह 3.27 किलोग्राम प्रति व्‍यक्ति हो चुका है.

Advertisement
X
देश में बढ़ी देसी घी की डिमांड. (Photo: Representative/ITG )
देश में बढ़ी देसी घी की डिमांड. (Photo: Representative/ITG )

भारत में रिफाइंड ऑयल और मक्‍खन के मुकाबले देसी घी की डिमांड खूब बढ़ रही है. एक्‍सपोर्ट से ज्‍यादा घी की डिमांड भारतीय बाजारों में है.प्रति व्यक्ति सालाना घी की खपत 3.27 किलोग्राम हो गई है. भारत में गिर गाय का घी, देसी गाय घी, हिमालयन घी, बिलोना घी और भैंस का घी सबसे ज्‍यादा बिक रहे हैं. 

हेल्‍थ एक्‍सपर्ट्स का कहना है कि कोविड के बाद लोग हेल्‍थ को लेकर कुछ ज्‍यादा ही सतर्क दिखाई दे रहे हैं. मक्खन और रिफाइंड तेल के मुकाबले लोग देसी घी ज्‍यादा खरीद रहे हैं. नई पीढ़ी इसे ज्‍यादा इस्‍तेमाल कर रही है, जिसकी वजह से देसी घी की डिमांड बढ़ी है. 

घी के प्रत‍ि लोगों की द‍िलचस्पी बढ़ने से भारतीय डेयरी सेक्टर को नया ग्रोथ बूस्‍टर मिला है. वहीं अब जीएसटी कम होने से घी के दाम छह से 10 फीसदी तक कम हो गए हैं. इससे खपत और बढ़ने का अनुमान लगाया जा रहा है. 

कितना घी एक्‍सपोर्ट करता है भारत? 
घरेलू खपत के साथ ही भारत का देसी घी एक्‍सपोर्ट भी बढ़ा है. भारत लगभग 1500 करोड़ रुपये का घी एक्सपोर्ट कर रहा है. भारत का घी बहुत से देशों में पहली च्‍वॉइस बन चुका है. खासतौर पर खाड़ी देश, संयुक्त अरब अमीरात (UAE) ने भारत से साल 2023-24 में तीन करोड़ डॉलर का घी खरीदा था. यूएई भारतीय घी का सबसे बड़ा खरीदार है. 
 
देसी घी खपत के ये आंकड़े चौंका देंगे
मार्केट इंटेलिजेंस फर्म iMARC (Market Research Company, Reports and Consulting Services) की ओर से जारी रिपोर्ट की मानें तो साल 2014 में प्रति व्यक्ति देसी घी की खपत सिर्फ 2.68 किलोग्राम थी, जबकि 2023-24 में यह 3.27 किलोग्राम हो गई है. वहीं साल 2034 तक इसके चार किलो प्रति व्यक्ति होने की उम्‍मीद है. भारत का घी बाजार 2023 में 3.2 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर 2032 तक 6.93 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचने का अनुमान है. डेयरी इंडस्ट्री करीब 14 लाख करोड़ रुपये की है. देसी घी के खपत बढ़ने के साथ ही इकोनॉमी भी बूस्‍ट होगी.   

Advertisement

भारत में घी-मक्खन का उत्पादन  

  • भारत का कुल घी का कारोबार 3.5 से 4 लाख करोड़ रुपये का है. 
  • साल 2032 तक घी कारोबार 7 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचने की उम्मीद है.
  • सिर्फ घी पर ही एक साल में करीब 7.5 हजार करोड़ का जीएसटी कलेक्शन हुआ है.
  • देश में मक्खन का बाजार 55 से 60 हजार करोड़ रुपये का है. 
  • साल 2032 तक देश का मक्खन बाजार एक से सवा लाख करोड़ होने की उम्मीद है. 
  • भारत में मक्खन का कुल उत्पादन करीब 60 लाख टन है. 
  • भारत में विश्व के कुल मक्खन उत्पादन का 58 फीसद उत्पादन होता है. 
  • विश्व मक्खन उत्पादन में यूरोपियन यूनियन का 18, यूएसए 8 और न्यूजीलैंड 4 फीसद का योगदान है. 
  • साल 2014-15 में भारत में दूध उत्पादन 14.6 करोड़ टन हुआ था. 
  • साल 2024-25 में भारत में दूध उत्पादन 24 करोड़ टन हुआ है.

हर साल घरेलू बाजार में कितना घी बिकता है? 
इंडियन डेयरी एसोसिएशन के प्रेसिडेंट और अमूल के पूर्व एमडी डॉ. आरएस सोढ़ी ने 'किसान तक' को बताया कि देश में संगठ‍ित डेयरी क्षेत्र का घी कारोबार करीब 50 हजार करोड़ रुपये का है. बाकी असंगठ‍ित क्षेत्र को म‍िला दें तो यह 3.5 से करीब 4 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचता है. करीब 1500 करोड़ रुपये का घी एक्सपोर्ट हो जाता है, लेकिन अगर हम घी के मामले में बाजार की कुछ नई स्ट्रेटेजी बनाने में कामयाब हो जाएं तो ये कारोबार दोगुना भी हो सकता है.

---- समाप्त ----
Live TV

Advertisement
Advertisement