अररिया जिले में 3 दिसंबर की सुबह हुई टीचर शिवानी वर्मा की हत्या असल में सुपारी किलिंग में गलत आइडेंटिटी का मामला निकला. पुलिस ने इस सनसनीखेज वारदात का पर्दाफाश करते हुए खुलासा किया है कि सुपारी जिस महिला टीचर को मारने की थी, वह घटना वाले दिन स्कूल नहीं आई थी. उसकी जगह उसी स्कूटी पर जाने वाली 25 साल की शिवानी वर्मा को शूटरों ने गोली मार दी.
दरअसल, अररिया के नरपतगंज में 3 दिसंबर को महिला टीचर शिवानी वर्मा की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इस हत्याकांड को अंजाम देने वाले दो शूटर समेत मुख्य साजिशकर्ता महिला को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. आरोपियों के पास से पुलिस ने कट्टा और घटना में इस्तेमाल की गई बाइक बरामद की है.
यूपी के बाराबंकी जिले के हैदरगढ़ की रहने वाली लक्ष्मीकांत वर्मा की बेटी 25 वर्षीय शिवानी वर्मा नरपतगंज में टीचर थी. जब वह 3 दिसंबर की सुबह स्कूटी से स्कूल जा रही थी, उसी समय बाइक सवार दो बदमाशों ने शिवानी को गोली मार दी. स्थानीय ग्रामीणों ने टीचर को सदर अस्पताल अररिया पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. इस घटना की प्राथमिकी दर्ज करने के बाद पुलिस जांच में जुट गई.
टारगेट पर थी दूसरी शिक्षिका
पुलिस का कहना है कि हुश्न आरा नाम की महिला ने एक महिला टीचर को मारने की सुपारी दी थी. वह टीचर और शिवानी वर्मा एक ही स्कूटी से स्कूल आती-जाती थी. शूटरों ने टीचर की हत्या करने के लिए एक दिन पहले रेकी भी की थी, लेकिन घटना के दिन वह टीचर अवकाश पर थी. इस वजह से उस स्कूटी से शिवानी स्कूल जा रही थी. शूटर सोहेल अपना टारगेट समझकर शिवानी को रोका और पीछे से गर्दन में गोली मार दी. इसके बाद दोनों शूटर वहां से फरार हो गए थे.
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वारदात के बाद फारबिसगंज एसडीपीओ के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया गया था. टीम ने घटना स्थल के आसपास लगे सीसीटीवी खंगालने के साथ तकनीकी जांच की और घटना को अंजाम देने वाले बदमाशों की पहचान की. इसके बाद पुलिस टीम ने हत्याकांड में शामिल अररिया के फारबिसगंज थाना इलाके के रामपुर के रहने वाले मो. मारिफ, मो. सोहेल और हत्याकांड की साजिश रचने वाली हुशनन उर्फ हुश्न आरा को गिरफ्तार कर लिया. आरोपी महिला मो. साकिर की पत्नी है.
पूछताछ में आरोपियों ने इस हत्याकांड में अपनी संलिप्तता की बात स्वीकार कर ली. इसके बाद मो. मारिफ की निशानदेही पर पुलिस ने घटना में इस्तेमाल कट्टा और बाइक को बरामद कर लिया. पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि हुश्न आरा को शक था कि उसके पति मो. साकिर का नरपतगंज की एक शिक्षिका के साथ अवैध संबंध है. इसकी वजह से महिला ने दो युवकों के साथ मिलकर शिक्षिका को मारने की साजिश रची. दोनों युवकों ने शिक्षिका की हत्या के लिए तीन लाख रुपये में मारूफ और सोहेल को सुपारी दी थी. इसके बाद शिक्षका का नाम, स्कूटी का रंग और उसका नंबर, गुजरने का रास्ता बताया गया था.