बिहार में चुनाव खत्म होने के बाद विधानसभा के पहले शीतकालीन सत्र में सोमवार को कई अजब-गजब रंग देखने को मिले. टेकारी से नवनिर्वाचित आरजेडी विधायक अजय डांगी पहली बार विधानसभा पहुंचे तो मीडिया की नज़रें उन पर टिक गई.
ऑटो में पहुंचे टेकारी विधायक अजय डांगी
दरअसल वो चमचमाती कारों के काफिले के बजाय एक साधारण ऑटो से विधानसभा पहुंचे. उनका यह अंदाज़ पूरे परिसर में चर्चा का विषय बन गया. डांगी ने कहा कि वे जनता के बीच से आते हैं और जनता की तरह सफर करना उन्हें सही लगता है.
चप्पल पहनकर विधानसभा पहुंचे गौतम ऋषि
दूसरी ओर, महेश्वरी विधानसभा क्षेत्र के विधायक गौतम ऋषि भी अपने अनोखे अंदाज़ में दिखे. वो विधानसभा हवाई चप्पल पहनकर पहुंचे. उनके मुताबिक, सादगी ही उनकी पहचान है और उन्होंने कहा कि पद की वजह से किसी व्यक्ति की जीवनशैली नहीं बदलनी चाहिए. विधायक ने कहा मुझे चप्पल कंफर्टेबल लगता है.
विधानसभा की सीढ़ियों पर इन दोनों विधायकों के सरल और ज़मीनी अंदाज़ ने अन्य नेताओं और मीडिया का ध्यान अपनी ओर खींचा. जहां कई विधायक लग्जरी गाड़ियों में पहुंचे, वहीं ऑटो और चप्पलों में पहुंचे दो विधायकों ने संदेश दिया कि राजनीति में सादगी और सहजता भी महत्व रखती है.
सदन पूरी तरह पेपरलेस और हाई-टेक
बिहार विधानसभा की 18वीं विधानसभा के नवनिर्वाचित विधायक जब पहली बार सदन में प्रवेश करेंगे, तो उनका स्वागत एक बिल्कुल बदली हुई और आधुनिक तकनीक से लैस व्यवस्था करेगी. इस बार सदन का नज़ारा पहले जैसा नहीं, बल्कि हाई-टेक और पूरी तरह डिजिटल होगा. विधानसभा की कार्यप्रणाली को आधुनिक बनाने के लिए बड़े पैमाने पर बदलाव किए गए हैं, जिनका मकसद कार्यक्षमता बढ़ाना और सदन को पेपरलेस बनाना है.
नए स्वरूप में हर विधायक की सीट पर इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स लगाए गए हैं. इनमें टच स्क्रीन सिस्टम, डिजिटल डिस्प्ले, पेपरलेस नोटिंग प्लेटफॉर्म और ई-डॉक्यूमेंट एक्सेस जैसी सुविधाएं शामिल हैं. विधायकों को अब प्रस्ताव, प्रश्नोत्तर, पूरक प्रश्न, बिल और कार्यसूची जैसी सारी जानकारी डिजिटल फॉर्मेट में मिलेगी.
हर सीट पर टच स्क्रीन और डिजिटल गैजेट्स
विधानसभा की तकनीकी टीम ने इन गैजेट्स को इस तरह डिज़ाइन किया है कि विधायक एक बटन दबाकर अपनी राय दर्ज कर सकें, मतदान कर सकें और आवश्यक दस्तावेज़ तुरंत प्राप्त कर सकें. इससे सदन की कार्यवाही तेज़ और व्यवस्थित होने की उम्मीद है. यह व्यवस्था पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी एक बड़ा कदम मानी जा रही है, क्योंकि इससे कागज़ की खपत में भारी कमी आएगी. विधानसभा सत्र शुरू होने से पहले संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी ने सदन में चल रही तैयारियों का विस्तृत जायज़ा लिया.