'जेलेंस्की को मॉस्को को निशाना नहीं बनाना चाहिए', ट्रंप ने रूस में डीप स्ट्राइक के दावे पर लिया यू-टर्न

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यह भी कहा कि वह रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से निराश हैं. ट्रंप ने कहा कि उन्होंने हाल ही में कई संघर्षों को समाप्त करने में मदद की है, लेकिन रूस और यूक्रेन का मसला अब भी अनसुलझा है.

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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप. (AP Photo) अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप. (AP Photo)

aajtak.in

  • वाशिंगटन,
  • 16 जुलाई 2025,
  • अपडेटेड 2:59 AM IST

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को उन रिपोर्टों से खुद को अलग कर लिया जिनमें कहा गया था कि उन्होंने यूक्रेन को रूस में अंदर तक हमला करने के लिए प्रोत्साहित किया था. उन्होंने कहा कि यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की को मास्को को निशाना नहीं बनाना चाहिए. ट्रंप की यह टिप्पणी रूस के विरुद्ध उनके कड़े रुख की घोषणा के ठीक एक दिन बाद आई है, जिसमें यूक्रेन के लिए सैन्य सहायता की एक नई खेप भी शामिल है.

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ट्रंप ने व्हाइट हाउस के साउथ लॉन में पत्रकारों से कहा, 'मैं किसी के पक्ष में नहीं हूं. मैं मानवता के पक्ष में हूं, क्योंकि मैं यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध के कारण हो रही मौतें रोकना चाहता हूं.' फाइनेंशियल टाइम्स ने एक रिपोर्ट में कहा था कि डोनाल्ड ट्रंप ने जेलेंस्की के साथ निजी बातचीत में उनसे पूछा था कि अगर यूक्रेन को लंबी दूरी के अमेरिकी हथियार दिए जाएं तो क्या वह मॉस्को पर हमला कर सकते हैं. 

यह भी पढ़ें: 'हम नए प्रतिबंधों से नहीं डरते, डटकर सामना करेंगे...', ट्रंप की टैरिफ धमकी पर रूस का पलटवार

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यह भी कहा कि वह रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से निराश हैं. ट्रंप ने कहा कि उन्होंने हाल ही में कई संघर्षों को समाप्त करने में मदद की है, लेकिन रूस और यूक्रेन का मसला अब भी अनसुलझा है. उन्होंने इसे 'बाइडेन युद्ध' करार देते हुए जोर देकर कहा कि उनका लक्ष्य अमेरिका को इस स्थिति से बाहर निकालने का रास्ता खोजना है.

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ट्रंप ने रूस पर 100% टैरिफ लगाने की धमकी दी

डोनाल्ड ट्रंप ने रूस को यूक्रेन के साथ युद्ध विराम समझौते पर पहुंचने के लिए 50 दिन की डेडलाइन दी. उन्होंने कहा कि रूस अगर 50 दिन के अंदर सीजफायर के लिए राजी नहीं होता है तो उसे सख्त अमेरिकी प्रतिबंधों और ऑयल टैरिफ का सामना करना पड़ेगा. यह घटना पेंटागन द्वारा यूक्रेन को हथियारों की आपूर्ति रोके जाने के कुछ सप्ताह बाद हुई है. नाटो महासचिव मार्क रूट के साथ ओवल ऑफिस में पत्रकारों से मुखातिब होते हुए ट्रंप ने पुष्टि की कि अरबों डॉलर मूल्य के अमेरिका निर्मित हथियार जल्द ही नाटो सहयोगियों को भेजे जाएंगे.

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