अमेरिकी शेयर बाजार सोमवार को खुलते ही धड़ाम हो गए और करीब 5 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई. वॉल स्ट्रीट ने कारोबार की शुरुआत भीषण गिरावट के साथ की और सभी प्रमुख शेयर सूचकांक धड़ाम से नीचे आ गए. निवेशकों में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ नीतियों को लेकर गहरी चिंता देखी गई, जो अमेरिका की अर्थव्यवस्था पर गंभीर प्रभाव डाल सकती हैं. इस बढ़ती अनिश्चितता के माहौल में कई ट्रेडर्स ने शेयरों से दूरी बनाते हुए सरकारी बॉन्ड्स को एक सुरक्षित विकल्प के रूप में चुना.
डॉव जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज में 1,212.98 अंकों की भारी गिरावट दर्ज की गई, जो 3.17% की गिरावट को दर्शाती है और इसका स्तर 37,101.88 पर आ गया. वहीं, एसएंडपी 500 सूचकांक 181.37 अंक या 3.57% की गिरावट के साथ 4,892.71 पर पहुंच गया. तकनीकी शेयरों पर आधारित नैस्डैक कंपोजिट भी इस दबाव से अछूता नहीं रहा और इसमें 623.23 अंकों यानी 4.00% की गिरावट देखी गई, जिससे यह 14,964.56 पर आ गया.
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मंदी की तरफ अमेरिका?
यह गिरावट दर्शाती है कि बाजार में विश्वास की कमी आई है और निवेशक अमेरिका की व्यापारिक नीतियों को लेकर आशंकित हैं. ट्रंप की टैरिफ नीतियां वैश्विक व्यापार संबंधों को प्रभावित कर सकती हैं, जिससे अमेरिकी कंपनियों पर दबाव बढ़ने की संभावना है. निवेशकों का रुझान अब उन परिसंपत्तियों की ओर बढ़ रहा है जो अस्थिर समय में अधिक सुरक्षित मानी जाती हैं, जैसे कि सरकारी बॉन्ड्स.
डॉव जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज में भी गिरावट दर्ज की गई है और अब यह अपने सर्वकालिक उच्च स्तर से 17% से अधिक नीचे है. वहीं, नैस्डैक पहले से ही मंदी के दायरे में आ चुका है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा लगाए गए टैरिफ के चलते मंदी की आशंका और बढ़ गई है, जिससे वैश्विक बाजारों में घबराहट है.
एसएंडपी 500 में पिछली बार जून 2022 में इतनी गिरावट देखी गई थी, जब महंगाई पर नियंत्रण पाने की फेडरल रिजर्व की क्षमता को लेकर अनिश्चितता बनी हुई थी और मंदी की आशंका गहराने लगी थी. ट्रंप की आक्रामक व्यापार नीतियों के चलते वॉल स्ट्रीट के विश्लेषकों ने अमेरिका में मंदी की आशंका जताई है. बाजार को अब ब्याज दरों में संभावित कटौती की उम्मीद है, क्योंकि राष्ट्रपति टैरिफ पर अडिग हैं और चीन के साथ व्यापार घाटे पर कोई समाधान हुए बिना किसी समझौते को तैयार नहीं हैं.
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