कैरिबियाई सागर में अमेरिका ने फिर किया हमला... ड्रग तस्करी कर रही शिप को बनाया निशाना, वेनेजुएला संग बढ़ा तनाव

कैरिबियाई सागर में अमेरिकी सेना ने ड्रग तस्करी वाली नाव को निशाना बनाकर हमला किया, जिसमें पहली बार कुछ लोग जीवित बचे हैं. रॉयटर्स के अनुसार, अब तक ऐसे सभी अभियानों में कोई भी नहीं बचा था. हालांकि पेंटागन ने इस मामले पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है.

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अमेरिका ने ड्रग तस्करी कर रही शिप को निशाना बनाया है (File Photo: Reuters)) अमेरिका ने ड्रग तस्करी कर रही शिप को निशाना बनाया है (File Photo: Reuters))

रोहित शर्मा

  • वॉशिंगटन,
  • 17 अक्टूबर 2025,
  • अपडेटेड 6:23 AM IST

अमेरिकी सेना ने कैरिबियाई सागर में एक संदिग्ध ड्रग तस्करी वाली नाव पर सैन्य हमला किया है. अमेरिकी अधिकारी ने बताया कि इस हमले में पहली बार कुछ लोग जिंदा बचे हैं, जो अब तक के सभी हमलों से अलग है. ऐसे में अमेरिका और वेनेज़ुएला के बीच संबंध तनावपूर्ण होते जा रहे हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने वेनेज़ुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो को 'अवैध राष्ट्रपति' करार दिया है. व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलीन लेविट ने कहा कि ट्रंप के अनुसार मादुरो एक अवैध शासन चला रहे हैं और वेनेज़ुएला की जनता का वैध प्रतिनिधित्व नहीं करते.

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समाचार एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी अधिकारी ने अपनी पहचान गुप्त रखने की शर्त पर बताया कि इस अमेरिकी हमले की जानकारी सीमित है, लेकिन अब सवाल उठ रहे हैं कि क्या अमेरिकी सेना ने जीवित बचे लोगों की मदद की या वे अब अमेरिकी हिरासत में हैं. हालांकि पेंटागन ने फिलहाल इस पर कोई टिप्पणी नहीं की है. अमेरिकी रक्षा विभाग ने पहले जिन लोगों को निशाना बनाया था, उन्हें ‘नार्को-टेररिस्ट’ (नशा-आतंकवादी) बताया था.

अब तक 27 लोगों की मौत, कानूनी विवाद गहराया

इससे पहले अमेरिका ने वेनेजुएला के पास संदिग्ध ड्रग बोट्स पर किए गए हमलों में कम से कम 27 लोगों को मार गिराया था. इन हमलों को लेकर कई कानूनी विशेषज्ञों और डेमोक्रेट सांसदों ने सवाल उठाए थे कि क्या ये कार्रवाइयां युद्ध कानूनों के अनुरूप हैं.

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वहीं, ट्रंप प्रशासन का तर्क है कि अमेरिका पहले से ही वेनेजुएला के नशा-आतंकवादी समूहों के खिलाफ युद्ध में शामिल है, इसलिए ये हमले वैध हैं. ट्रंप प्रशासन द्वारा जारी वीडियो में पहले हुए हमलों में नावों को पूरी तरह नष्ट होते दिखाया गया था, और किसी के बचने की रिपोर्ट नहीं थी. 

कैरिबियाई सागर में अमेरिकी सैन्य जमावड़ा

इन हमलों के बीच कैरिबियाई क्षेत्र में अमेरिकी सेना ने अपना सैन्य जमावड़ा बढ़ा दिया है, जिसमें गाइडेड मिसाइल डिस्ट्रॉयर, F-35 लड़ाकू विमान, एक परमाणु पनडुब्बी और करीब 6500 सैनिक शामिल हैं. एक्सपर्ट्स के मुताबिक राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप वेनेजुएला सरकार के साथ टकराव को और तेज कर रहे हैं. बुधवार को ट्रंप ने कहा था कि उन्होंने CIA को वेनेजुएला के अंदर गुप्त अभियान चलाने की अनुमति दी है, जिससे काराकास में यह अटकलें और बढ़ गई हैं कि अमेरिका राष्ट्रपति निकोलस मादुरो को सत्ता से हटाने की कोशिश कर रहा है. 

वेनेजुएला ने संयुक्त राष्ट्र से शिकायत की

वेनेजुएला के संयुक्त राष्ट्र राजदूत सैमुएल मोंकाडा ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को एक पत्र भेजा है, जिसमें अमेरिका के तटीय हमलों को अवैध घोषित करने और वेनेजुएला की संप्रभुता का समर्थन करने की मांग की गई है. 

नई टास्कफोर्स बनेगी, दक्षिणी कमांड हटाई गई

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पिछले हफ्ते पेंटागन ने घोषणा की थी कि अब कैरिबियाई क्षेत्र में अमेरिकी काउंटर-नार्कोटिक्स अभियान की कमान मियामी स्थित ‘सदर्न कमांड’ के बजाय एक नई टास्कफोर्स संभालेगी. यह टास्कफोर्स नॉर्थ कैरोलाइना के कैंप लेज्यून स्थित II मरीन एक्सपेडिशनरी फोर्स द्वारा संचालित होगी, जो तेज़ विदेशी सैन्य अभियानों के लिए जानी जाती है. यह बदलाव अमेरिकी सैन्य हलकों में चौंकाने वाला माना जा रहा है, क्योंकि सामान्यतः ऐसे हाई-प्रोफाइल अभियानों की कमान सदर्न कमांड के पास होती है.

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