अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप हर दूसरे दिन दुनिया के 'आठ युद्ध खत्म कराने' की शेखी बघारते रहे हैं. रविवार को भी जब वो कैनेडी सेंटर पहुंचे तब भी पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि उन्होंने व्यापार और टैरिफ की मदद से दुनिया में आठ युद्ध रुकवाए हैं जिनमें थाईलैंड और कंबोडिया का युद्ध भी शामिल है. लेकिन ट्रंप के इस दावे की हवा उस वक्त निकल गई जब अगले ही दिन सोमवार का थाईलैंड ने कहा कि उसने कंबोडिया में हवाई हमले किए हैं.
दोनों ही देश एक-दूसरे पर ट्रंप की मध्यस्थता से कराई गई संघर्षविराम संधि तोड़ने का आरोप लगा रहे हैं जिसके बाद विवादित सीमा के कई हिस्सों में लड़ाई छिड़ गई है.
दो पड़ोसी देशों के बीच यह लड़ाई रविवार को हुई गोलीबारी के बाद शुरू हुई है. थाईलैंड की सेना के अनुसार, सोमवार तड़के संघर्ष भड़क उठा और सीमा के पांच जगहों पर झड़पें हुईं.
थाई सेना के एक प्रवक्ता के अनुसार, ताजा झड़पों में कम से कम एक थाई सैनिक मारा गया है और आठ घायल हुए हैं. यह संघर्ष स्थानीय समयानुसार सुबह लगभग 5 बजे तेज हो गया, जिसके बाद कंबोडियाई सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने के लिए थाईलैंड ने हवाई हमले शुरू किए.
थाई सेना ने कहा कि उसके सैनिकों पर हमला हुआ और उसने कंबोडिया पर आरोप लगाया कि उसने BM-21 ट्रक-आधारित रॉकेट नागरिक क्षेत्रों की ओर दागे. सेना ने यह भी कहा कि कंबोडियाई बलों ने ग्रेनेड लॉन्चर, तोपखाना और ड्रोन का इस्तेमाल कर थाई ठिकानों पर विस्फोटक गिराए.
थाई वायुसेना ने कहा कि उसके लड़ाकू विमानों ने सुबह-सुबह सैन्य ठिकानों को निशाना बनाते हुए हवाई हमले किए. यह निर्णय अभियानों के आकलन के आधार पर लिया गया, जिसमें दिखा कि कंबोडिया ने भारी हथियार तैनात किए थे और लड़ाकू यूनिट्स को पुनर्स्थापित किया था.
थाई वायुसेना ने कहा कि इन हवाई हमलों का उद्देश्य तनाव को बढ़ने से रोकने के लिए जवाबी कार्रवाई करना और कंबोडिया की सैन्य क्षमता को कमजोर करना था.
वहीं, कंबोडिया के रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि थाई सेना कई दिनों से उकसावे की कार्रवाई कर रही थी. इसके बाद सुबह-सवेरे दो स्थानों पर थाई सैनिकों ने कंबोडियाई सैनिकों पर हमला किया, लेकिन कंबोडियाई सैनिकों ने जवाबी कार्रवाई नहीं की.
कंबोडिया के प्रभावशाली पूर्व नेता और वर्तमान प्रधानमंत्री हुन मानेट के पिता हुन सेन ने कहा कि थाई सेना 'हमलावर' है और जवाबी कार्रवाई करवाने की कोशिश कर रही है. उन्होंने कंबोडियाई सैनिकों से संयम बरतने की अपील की.
हुन सेन ने फेसबुक पर कहा, 'जवाब देने की रेड लाइन पहले ही तय की जा चुकी है… मैं सभी स्तरों के कमांडरों से अपील करता हूं कि वे अपने अधिकारियों और सैनिकों को इसके बारे में जानकारी दें.'
कंबोडिया के रक्षा मंत्रालय ने भी कहा कि उसकी सेनाओं पर हमला किया गया, लेकिन उन्होंने जवाबी कार्रवाई नहीं की है. मंत्रालय ने कहा कि उनका देश थाईलैंड की गई उकसावे वाली कार्रवाइयों के बाद भी युद्धविराम का पालन कर रहा है.
थाईलैंड ने कहा कि 3,80,000 लोगों को सुरक्षित शिविरों में ले जाया जा रहा है, जबकि कंबोडियाई अधिकारियों ने कहा कि Oddar Meanchey प्रांत से 1,157 परिवारों को स्थानांतरित किया जा रहा है.
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