पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) की सालाना बैठक के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात करेंगे. शहबाज शरीफ की राष्ट्रपति ट्रंप से ये मीटिंग पाकिस्तान के आर्मी चीफ आसिम मुनीर की ट्रंप से हुई बैठक के लगभग 100 दिन बाद होगी. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज UNGA की मीटिंग में हिस्सा लेने अमेरिका आ रहे हैं.
इस दौरे में पाकिस्तान जिस चीज को प्रमुखता से हाईलाइट कर रहा है वो है दुनिया के कुछ 'चुनिंदा मुस्लिम नेताओं' के साथ ट्रंप की उनकी मुलाकात. इसके अलावा शहबाज कश्मीर मुद्दे को UNGA के मंच पर उठाकर फिर से हमदर्दी लेने की कोशिश करेंगे.
पाकिस्तान के विदेश कार्यालय द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है, "प्रधानमंत्री क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय शांति एवं सुरक्षा से संबंधित मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान करने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प के साथ चुनिंदा इस्लामी नेताओं (Select Muslim leaders) की बैठक में भी भाग लेंगे."
ऑपरेशन सिंदूर के बाद शहबाज शरीफ की अमेरिकी राष्ट्रपति के साथ ये पहली मुलाकात होगी. इससे पहले उन्होंने 18 जून को सेना प्रमुख फील्ड मार्शल जनरल सैयद असीम मुनीर से मुलाकात की थी. ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान की करारी हार के बाद बने तनावपूर्ण माहौल में आसिम मुनीर ने अमेरिकी राष्ट्रपति से मुलाकात की थी.
पाकिस्तान के विदेश कार्यालय के अनुसार शहबाज शरीफ की न्यूयॉर्क की अपनी यात्रा 22 सितंबर 2025 से शुरू होगी. संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान एक बार फिर से अपने पुराने एजेंडे पर काम करेगा और कश्मीर के मुद्दे पर अपना पुराना राग गाएगा. माना जा रहा है कि 24-25 सिंतबर को शरीफ राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात कर सकते हैं.
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि संयुक्त राष्ट्र महासभा सत्र में प्रधानमंत्री शहबाज कश्मीर के मुद्दे को उठाएंगे.
भारत ने पाक अधिकृत कश्मीर को हमेशा से भारत का अभिन्न अंग कहा है और पाकिस्तान कश्मीर पर अवैध कब्जा छोड़ने की मांग की है.
शहबाज शरीफ ने UNGA की मीटिंग में आतंकवाद, इस्लामोफोबिया और अंतर्राष्ट्रीय घटनाक्रमों को हड़पने की तैयारी कर ली है.
पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने कहा है कि शहबाज शरीफ 'संघर्ष को रोकने, शांति को बढ़ावा देने और सुरक्षा परिषद के सदस्य के रूप में पाकिस्तान की वर्तमान भूमिका में वैश्विक समृद्धि को बढ़ावा देने के लिए सभी संयुक्त राष्ट्र सदस्य देशों के साथ काम करने के पाकिस्तान के संकल्प को भी रेखांकित करेंगे.
चुनिंदा मुस्लिम नेताओं के साथ ट्रंप से मुलाकात
बता दें कि प्रधानमंत्री शहबाज़ सहित मुस्लिम नेताओं के साथ ट्रंप की आगामी बैठक मध्य पूर्व में महत्वपूर्ण घटनाक्रमों के बाद हो रही है.
इस महीने की शुरुआत में अमेरिका के सहयोगी इज़रायल ने कतर के दोहा में हमास के शीर्ष अधिकारियों को निशाना बनाया. जिसमें हमास के पांच सदस्य और एक कतारी सुरक्षा अधिकारी मारे गए.
इसके बाद कतर की राजधानी में आयोजित अरब लीग और इस्लामिक सहयोग संगठन के एक आपातकालीन संयुक्त सत्र में अरब और मुस्लिम नेताओं ने इजरायल के साथ संबंधों की समीक्षा का आह्वान किया.
इसके बाद ट्रंप अब मुस्लिम देशों के नेताओं के साथ बैठक कर रहे हैं.
कश्मीर मुद्दे के समाधान के बिना पाकिस्तान-भारत संबंध नहीं
इस बीच लंदन में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा है कि कश्मीर मुद्दे के समाधान के बिना पाकिस्तान और भारत के बीच सामान्य संबंध स्थापित नहीं हो सकते.
लंदन में प्रवासी पाकिस्तानी समुदाय को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री शरीफ ने पाकिस्तानी की माली हालत का रोना रोया. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान और भारत ने चार युद्ध लड़े हैं जिनमें अरबों डॉलर खर्च हुए हैं. ये वो रकम है जो लोगों के विकास और समृद्धि पर खर्च की जानी चाहिए थी.
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